क्या हम नीतीश-लालू का पैर पकड़ लें या तेजस्वी का पैर पकड़े: बौखलाये पप्पू यादव ने निकाली भड़ास, महागठबंधन ने नहीं लिया है नोटिस

क्या हम नीतीश-लालू का पैर पकड़ लें या तेजस्वी का पैर पकड़े: बौखलाये पप्पू यादव ने निकाली भड़ास, महागठबंधन ने नहीं लिया है नोटिस

PATNA: जन अधिकार पार्टी चला रहे पप्पू यादव को बिहार के महागठबंधन ने कोई नोटिस नहीं लिया है. पप्पू यादव बार-बार राजद और जेडीयू के नेताओं से गुहार लगाते रहे हैं कि उन्हें महागठबंधन में शामिल कर लिया जाये. लेकिन उनकी गुहार कोई सुन नहीं रहा है. ऐसे में आज उनके सब्र का बांध टूट गया. भरी प्रेस कांफ्रेंस में पप्पू यादव ने आज कहा- आप क्या चाहते हैं कि हम नीतीश कुमार  और लालू यादव के पैर पकड़ कर बोले हमको इंडिया गठबंधन में शामिल कर लीजिए, या फिर तेजस्वी यादव के पैर पकड़ लें. आप बताइए क्या सुनना चाहते हैं.


दरअसल पप्पू यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस किया था. प्रेस कांफ्रेंस में वे अपने जनाधार का दावा कर रहे थे. ऐसे में पत्रकारों ने सवाल पूछा कि इतने जनाधार वाले नेता को बिहार के महागठबंधन या इंडिया गठबंधन में पूछ क्यों नहीं हो रही है. क्यों नहीं उन्हें इंडिया गठबंधन में शामिल किया जा रहा है. इसके बाद पप्पू यादव आपा खो बैठे. उन्होंने कहा-आप क्या चाहते है कि नीतीश कुमार और लालू के पैर पकड़ लें. तेजस्वी यादव का पैर पकड़े और बोले कि हमें इंडिया गठबंधन में शामिल कर लीजिए.


वैसे पप्पू यादव इशारों में महागठबंधन को धमकी भी दी. पप्पू यादव न कहा कि हमारा कुछ जनाधार नहीं है.  हम जाति वाले नेता नहीं है. लेकिन अपने क्षेत्र में हम किसी पर भी भारी पड़ सकते हैं. पप्पू यादव ने कहा कि कोसी-सीमांचल और मिथिला में जनता से हमारे परिवार जैसे ताल्लुकात है. वहां हर परिवार से मां-बेटा, बेटी-बाप जैसा रिश्ता है, इसलिए हमने क्षेत्र में किसी पर भी भारी पड़ेंगे.


बता दें कि पप्पू यादव लंबे समय से बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने की गुहार लगा रहे हैं. वे कुछ दिनों पहले लालू यादव से मिले थे. लालू यादव से मिलकर उन्होंने उनके साथ काम करने की गुहार लगायी थी. तब लालू ने उनसे कहा था कि तेजस्वी यादव इस मसले पर फैसला लेंगे. लेकिन तेजस्वी यादव तैयार नहीं हुए. पप्पू यादव ने नीतीश से मिलने की भी कोशिश की लेकिन नीतीश मिलने तक को तैयार नहीं हुए. इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस कर पप्पू यादव ने अल्टीमेटम दिया था कि अगर उन्हें महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया तो वे अगले लोकसभा चुनाव में 5 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे.


पप्पू यादव ने इससे पहले कांग्रेस में शामिल होने की भी पूरी कवायद की थी. लेकिन कांग्रेस ने उन्हें पार्टी में शामिल करने से इंकार कर दिया था. जाहिर है बिहार के महागठबंधन ने साफ कर दिया है कि पप्पू यादव के लिए नो एंट्री है.