MADHUBANI: फुलपरास के पूर्व JDU विधायक देवनाथ यादव ने नीतीश कुमार, संजय झा और शिला मंडल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. साथ ही कई गंभीर आरोप लगाए है. बता दे विधायक कोसी निरीक्षण भवन परिसर में फुलपरास विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक देवनाथ यादव ने अपने समर्थकों के साथ बैठक की. पूर्व विधायक देवनाथ यादव ने कहा कि निर्दलीय संगठन कायम कर मतदाताओं को जागरूक करना की बैठक का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि वर्तमान राजनीति बिल्कुल ही दिशाविहीन हो चुकी है. जिसका कारण है की राजनीतिज्ञ लोग मर्यादा, सिद्धांत और वसूल को भुलाते जा रहे हैं.
उन्होंने भूतपूर्व प्रधानमंत्री सह कांग्रेस लीडर इंदिरा गांधी और देवकांत बरुआ का उदाहरण देते हुए कहा कि अब बिहार की राजनीति में भी चमचागिरी सर चढ़ का बोलने लगा है. पूर्व विधायक श्री यादव ने फुलपरास विधानसभा क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं की चर्चा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद इन दो सालों में विकास की गति एक इंच भी आगे नहीं बढ़ सकी है. मधेपुर से बाथ होते हुए तरडीहा जाने वाली सड़क हो या फिर अन्य ग्रामीण सड़कें हों, मरम्मती के अभाव में चलने लायक नहीं है. सड़क ही नहीं अन्य क्षेत्रों में भी पिछले दो सालों में मौजूदा सरकार के विधायक द्वारा कोई भी विकासात्मक कार्य नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. लक्ष्मीपुर चौक स्थित सार्वजनिक सुलभ शौचालय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा की अतिक्रमित रहने और आम उपयोग में नहीं रहने पर उन्होंने स्थानीय प्रशासन की सीथिलता को लेकर खेद प्रकट करते हुए बताया कि तत्कालीन विधायक गुलजार देवी के निजी सहयोग और प्रखंड पंचायत समिति मद से सुलभ शौचालय का जीर्णोद्धार किया गया था. उसे अतिक्रमण मुक्त करते हुए पुनः उपयोग में लाने की मांग उन्होंने स्थानीय प्रशासन से की.
फुलपरास विधानसभा क्षेत्र के विधायक सह बिहार सरकार में परिवहन मंत्री का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि वो धन्ना सेठ हैं. उनके गांव बेल्हा सहित आसपास में जो जमीन बिक्री होती है वह जमीन सिर्फ फुलपरास विधायक ही खरीद सकते हैं, दूसरा कोई नहीं. पूर्व विधायक देवनाथ यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने बिहार सरकार के एक और मंत्री पर निशाना साधा और कहा कि एक अरब से ज्यादा की राशि सिर्फ एक गांव अड़रिया संग्राम के विकास पर खर्च कर दिया गया. जिसकी जांच सीबीआई से करवाने की मांग उन्होंने की.
बता दे सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके द्वारा शरद यादव की राजनीतिक हत्या कर दी गई. जिस कारण उनका असामयिक निधन हो गया. बैठक में उप प्रमुख प्रमोद कुमार यादव, विनोद यादव, हरेकृष्ण यादव, पूर्व मुखिया मिश्रीलाल ठाकुर, गंगा यादव, राम कुमार कामत, प्रिंस कुमार, रमेश ठाकुर, राधे यादव सहित अन्य दर्जनों लोग उपस्थित थे.