कृषि मंत्री सुधाकर सिंह बोले- मैं चोरों का सरदार हूं, अपने ही विभाग की खोल दी पोल

कृषि मंत्री सुधाकर सिंह बोले- मैं चोरों का सरदार हूं, अपने ही विभाग की खोल दी पोल

KAIMUR: बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का एक ताज़ा बयान सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। दरअसल, सुधाकर सिंह ने अपने हीं विभाग के अधिकारीयों की पोल खोलकर रख दी। उन्होंने कहा कि हमारे विभाग के लोग चोर हैं और हम उन चोरों के सरदार हैं। उन्होंने ये भी कहा कि हमारे ऊपर भी और कई सरदार मौजूद हैं। 




सुधाकर सिंह ने ये बातें कैमूर जिले के चांद प्रखंड में कही। उन्होंने कहा कि सरकार वही पुरानी है, इसके चाल चलन भी पुराने हैं, हम लोग तो कहीं कहीं हैं, लेकिन जनता को लगातार सरकार को अगाह करना होगा। कृषि मंत्री इतना पर ही नहीं रुके, उन्होंने मंच से जनता को संबोधित करते हुए बिहार राज्य बीज निगम पर आरोप लगाया कि जिन किसानों को धान की अच्छी खेती करनी होती है वह बिहार राज्य बीज निगम के धान के बीज को तो लेते ही नहीं हैं। अगर किसी कारणवश ले भी जाते हैं तो उसे अपने खेतों में नहीं डालते। बीज निगम वाले किसानों को राहत देने की जगह पर सौ से डेढ़ सौ करोड़ रुपए का चोरी कर लेते हैं। उन्होंने बिना नाम लिए चैनपुर से विधायक रहे और बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी सरकार में यहां से वह मंत्री रह चुके थे उसके बावजूद यहां के लोगों की स्थिति जब नहीं बदली तो मुझे मंत्री बनाया गया। अब जिला में दो दो मंत्री आ गए हैं उसके बाद भी स्थिति नहीं बदलती है तो मेरे मंत्री बनने से क्या फायदे हैं। कैमूर जिले में सारे भ्रष्ट अधिकारी भरे पड़े हैं।





बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने मंच से किसानों के संबोधन के दौरान कहा कि हमें नहीं लगता है कि बिहार राज्य बीज निगम के बीज को किसान अपने खेतों में लगाते होंगे। बीज निगम वाला डेढ़ दो सौ करोड़ रुपया इधर ही खा जाता है। हमारे विभाग का कोई ऐसा अंग नहीं है जो चोरी नहीं करता होगा। इस तरह से हम चोरों का सरदार हुए। आप अगर पुतला फूंकते रहिएगा तो मुझे याद रहेगा कि किसान मुझसे नाराज हैं। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो मुझे लगेगा सब चीज ठीक चल रहा है। लोहिया जी ने ठीक कहा था कि जब संसद हमारा होगा तो लोगों को सड़क पर उतरना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम ही अकेले सरदार नहीं है, हमारे ऊपर भी कई लोग हैं। कृषि मंत्री ने आगे कहा कि सरकार वही पुरानी है, उसके चाल चलन भी पुराने और अधिकारियों का तो पूछना नहीं है। वह अंदाजा लगा रहे हैं कि होगा क्या। वह सोच रहे हैं कि अच्छा चलो आरजेडी नहीं भी रखेगी तो दूसरी पार्टी में चले जाएंगे।