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किसी भी समय हो सकती है आनंद मोहन की जेल से रिहाई, CM नीतीश के पास अप्रूवल के लिए पहुंची फाइल

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 21 Apr 2023 11:29:21 AM IST

किसी भी समय हो सकती है आनंद मोहन की जेल से रिहाई, CM नीतीश के पास अप्रूवल के लिए पहुंची फाइल

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PATNA : बिहार के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन किसी भी समय रिहा हो सकते हैं। अब जल्द ही रिहाई के आदेश जारी हो सकते हैं। बताया जा रहा है,अब आनंद मोहन की रिहाई वाली फाइल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास अप्रूवल के लिए पहुंच चुकी है। अब सीएम से अप्रूवल मिलने के बाद कभी भी आनंद मोहन को रिहाई मिल सकती है। 


दरअसल, आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सोमवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई थी। यह बैठक गृह अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में हुई थी। इस बैठक के बाद अब यह फाइल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भेजी गई है। मुख्यमंत्री से अप्रूवल मिलने के बाद अब बाहुबली नेता की रिहाई का रास्ता साफ़ हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है। उनकी रिहाई को लेकर दो स्तरीय बैठक कर ली गई है।


वहीं,  मुख्यमंत्री के पास अप्रूवल मिलने के बाद यह मामला राज्यपाल के पास जाएगा। वहां से अंतिम रूप से अनुमोदन मिलने के बाद आनंद मोहन की रिहाई हो पाएगी। राज्य स्तरीय छह सदस्यीय समिति के अध्यक्ष गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं। जबकि इनमें सदस्य के तौर पर विधि विभाग के सचिव, जेल आईजी, हाईकोर्ट से नामित जिला एवं सत्र न्यायाधीश, डीजीपी के स्तर से नामित कोई एक आईजी रैंक के अधिकारी और परिवीक्षा सेवा के निदेशक होते हैं।


मालूम हो कि, बिहार की रिमिशन (परिहार) की पॉलिसी-1984 में 2002 में दो बड़े बदलाव किए गए थे। बदलाव के तहत 5 कैटेगरी के कैदी को नहीं छोड़ने का प्रावधान शामिल किया गया था। ये ऐसे कैदी होते हैं, जो एक से अधिक मर्डर, डकैती, बलात्कार, आतंकवादी साजिश रचने और सरकारी अधिकारी की हत्या के दोषी होंगे। उनके छोड़ने का निर्णय सरकार लेगी। 


सरकार ने 10 अप्रैल को बड़ा बदलाव किया है। बिहार कारा हस्तक, 2012 के नियम-481(i) (क) में संशोधन करके उस वाक्यांश को हटा दिया गया है, जिसमें सरकारी सेवक की हत्या को शामिल किया गया था। जिसके बाद लोकसेवक की हत्या के मामले में जेल में बंद शिवहर से पूर्व सांसद एवं बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई जल्द होने वाली है। इसके लिए गुरुवार को राज्यस्तरीय बंदी परिहार समिति की बैठक हुई। हालांकि, इस बैठक में अंतिम निर्णय क्या लिया गया, इसकी कोई आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। न ही इस बारे में कोई जानकारी ही साझा की गई है। 


आपको बताते चलें कि, पूर्व सांसद आनंद मोहन अभी पेरौल पर जेल से बाहर हैं। 24 अप्रैल को उनके बेटे एवं आरजेडी विधायक चेतन आनंद की सगाई है। इसके बाद 3 मई को उनकी शादी है। रिंग सेरेमनी पटना में और शादी समारोह देहरादून में रखा गया है। सगाई का निमंत्रण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, बीजेपी समेत अन्य पार्टियों के कई नेताओं को दिया गया है।