PATNA : एक अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पश्चिम बंगाल की सीमा में प्रवेश करने वाले किशनगंज के थाना अध्यक्ष की मॉब लिंचिंग का मामला अब सियासी रंग लेता जा रहा है. इस मामले को लेकर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को पत्र लिखा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार को इस मामले पर निशाने पर लिया है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उन्होंने लिखा कि किशनगंज सदर थाना के कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी और थाना प्रभारी अश्विनी कुमार अपनी टीम के साथ दिनांक 10 अप्रैल को सुबह लगभग 4 बजे अपनी ड्यूटी पर थे. उन्हें सूचना प्राप्त हुई लूट कांड में शामिल कुछ असामाजिक तत्व पश्चिम बंगाल राज्य के सीमावर्ती जिले उत्तरी दिजनापुर में छुपे हुए हैं. इस प्राप्त सूचना के आधार पर उन्होंने उत्तरी दिजनापुर जिले के स्थानीय थाना पांजीपाड़ा को सूचना दी और स्वयं अपनी पूरी टीम के साथ छापेमारी अभियान शुरू किया. इसी बीच अपराधियों के शागिर्द जो एक विशेष समुदाय से थे उन्होंने अचानक सैकड़ों की संख्या में उन पर धावा बोल दिया और इस भीड़ ने अश्विनी कुमार की पीट-पीटकर नृशंस हत्या कर दी. इस पूरे घटनाक्रम में स्थानीय बंगाल पुलिस पूरी तरह से गैरजिम्मेवार तथा मूकदर्शक बनी रही उनकी संलिप्तता का भी परिचायक है.
पश्चिम बंगाल में छापा मारने गए बिहार के किशनगंज थानाध्यक्ष की मॉब लिंचिंग को दुखद और निंदनीय बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने राज्यपाल को चिट्ठी लिख कर इस मामले में उचित कदम उठाने का अनुरोध किया है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने इस घटना को हृदयविदारक और कानूनी दृष्टि से संगीन बताते हुए भारतीय दंड संहिता के 141, 149, 120बी, 34 तथा 302 जैसी धाराओं के तहत अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की है.
इससे पहले बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने ट्विटर के जरिये पश्चिम बंगाल सरकार पर जम कर निशाना साधा. अपने एक ट्वीट में ममता बनर्जी से सवाल पूछते हुए उन्होंने लिखा कि बंगाल में अराजकता और आतंक अपनी पराकाष्ठा को भी पार कर चुका है. किशनगंज के थानेदार अश्विन कुमार जी की जांच करने के दौरान सरेआम बंगाल में हत्या की जाती है मैं इस दुखद घटना पर अपना क्षोभ प्रकट करता हूं और दीदी से पूछता हूं, कैसा हाल बना दिया है आपने हमारे बंगाल का? एक दुसरे ट्वीट में डॉ जायसवाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल की पुलिस ने सूचना के बावजूद भी बिहार पुलिस की टीम का कोई सहयोग नहीं किया. बंगाल में पुलिस का राजनीतिकरण इस कदर बढ़ गया है अपराधियों के सामने पुलिस का इंकलाब बौना पड़ गया है. ममता बनर्जी के शासन में देश के संघीय ढांचा को भी चोट पहुंची है.