PATNA CITY: पटना सिटी के मालसलामी थाना क्षेत्र के रहने वाले दिलचरण शर्मा के पुत्र मुरारी शर्मा ने अपने बेटे के अपहरण की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस को बताया था कि 24 जून को उनके बेटे नीरज का अपहरण कर लिया गया है। बेटे के अपहरण की बात सुनकर पिता घबरा गया और मालसलामी थाने में लिखित आवेदन देकर बेटे की सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई। लेकिन अगले दिन शाम में बेटे नीरज ने पिता के मोबाईल पर फोन किया और बताया कि अज्ञात अपराधियों ने उसे अगवा कर लिया है।
छोड़ने के लिए डेढ़ लाख रूपये फिरौती की मांग कर रहा है। इस बात की सूचना पिता ने वरीय पुलिस पदाधिकारी को दी। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक नगर पूर्वी पटना के निर्देशानुसार अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी पटना सिटी-02 के नेतृत्व में एक टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई की गयी और अपहृत 28 वर्षीय नीरज कुमार को दीदारगंज चेक पोस्ट स्थित MRF टायर हॉउस के पीछे से सकुशल बरामद किया गया। घटना का उद्भेदन पुलिस ने 8 घंटे के भीतर किया।
पूछताछ के दौरान नीरज कुमार ने बताया कि वह कर्ज में दबा हुआ है। 4 लाख रुपये लोन चुकाने के लिए उसने खुद के अपहरण की साजिश रची थी और अपने ही पिता से डेढ़ लाख रूपये की फिरौती मांगी थी। पिता ने कहा कि एक लाख रुपये मेरे पास है कहां लेकर आना है। फिर उसने उन्हें दीदारगंज चेक पोस्ट के पास बुलाया जहां ट्रैक्टर के पीछे पैसे रखने को कहा। पैसा रखकर जैसे पिता आगे बढ़े और युवक उस पैसे को लेने गया तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया।
जिसके बाद उसे लेकर पुलिस थाने पहुंची जहां पूछताछ के दौरान उसने पूरी बात पुलिस को बतायी। उसकी बातें सुनकर पुलिस भी हैरान रह गयी। नीरज के पास से एक काले रंग का हैंड बैंग मिला है जिसमें से 10 हजार रूपये और दो मोबाइल बरामद किया गया है। इस मामले का उद्भेदन 8 घंटे के भीतर किया गया। जांच टीम में थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह सहित 11 पुलिस कर्मी शामिल थे। उनके नाम अखिलेश कुमार,अभिषेक कुमार,अविनाश कुमार,अमित कुमार, सुमित कुमार,संजय कुमार,संतोष कुमार,संतोष कुमार यादव,संजीत कुमार और दीपक कुमार हैं।