DELHI : गलवान घाटी में चीन के दु:स्साहस के बाद भारत चीन को लगातार आर्थिक झटके दे रहा है। 59 चीनी एप को इंडिया में बैन कर दिया गया है। रेलवे प्रोजेक्ट में चीनी कंपनी का ठेका रद्द कर दिया गया है। सड़क-परिवहन में चीन को बड़ा झटका देने की तैय़ारी केन्द्र सरकार कर रही है अब बारी पावर सेक्टर की है, जिसमें भी चीन को बड़ा नुकसान होने जा रहा है।
केंद्रीय उर्जा मंत्री( स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह ने कहा है कि पावर प्रोजेक्ट के लिए चीन से जो भी इम्पोर्ट होता था, अब सरकार उसे रेगुलेट कर सकती है। इस क्षेत्र में कस्टम ड्यूटी को बढ़ाया जा सकता है। आरके सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से कस्टम ड्यूटी को बढ़ाया जाएगा, ताकि आसानी से होने वाले आयात को सख्त किया जाए। चीनी कंपनियों को रोकने के लिए कस्टम के साथ-साथ नियमों में सख्ती बरती जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत इतनी ताकत रखता है कि हम आर्थिक लेवल के साथ-साथ युद्ध क्षेत्र में भी चीन को धकेल सके। आज पूरी दुनिया भारत के साथ है, इसमें भारत के मजबूत नेतृत्व का हाथ है। उन्होंने कहा कि चीनी निवेश रुकने के बाद हम अपने अपने दम पर आपूर्ति पूरा कर सकते हैं। पहले सामान इसलिए मंगाया जाता था, क्योंकि चीन सस्ते दाम पर अपना प्रोडक्ट दे देता था। लेकिन अब पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से आत्मनिर्भर भारत की शुरुआत की गई है जिसके दम पर हम मजबूती के साथ चीन का मुकाबला करेंगे।