DESK: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने आज कटिहार और पूर्णिया के बाढग्रस्त इलाकों का एरियल सर्वे किया। इस दौरान उन्होंने जिले में बने बाढ़ राहत शिविर का भी निरीक्षण किया।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सीमांचल के बाढ़ प्रभावित कटिहार और पूर्णिया जिले का भ्रमण किया। सीएम ने बाढ़ से उपजे हालात का जायजा लिया। वही राहत और बचाव कार्यों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण बाद सीएम ने अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिए।
कटिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के दौरान मुख्यमंत्री कटिहार में बरारी के बी.एम. कॉलेज, लक्ष्मीपुर स्थित सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया और राहत केंद्र में लोगों से मुलाकात की। वही कटिहार के बरारी में बाढ़ आपदा राहत चिकित्सा शिविर और भगवती मंदिर महाविद्यालय में बने सामुदायिक रसोई का भी निरीक्षण किया।
बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री पूर्णिया जिले के पीसी प्रखंड स्थित दुनियायी उच्च विद्यालय, सपा में बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने सामुदायिक रसोई, बाढ़ राहत चिकित्सा शिविर,पशु दवा वितरण केंद्र का जायजा लिया। वहीं राहत शिविर में रह रहे लोगों से बातचीत कर सामुदायिक रसोई की व्यवस्था एवं राहत शिविर में मिल रही सुविधाओं के संबंध में भी पूरी जानकारी ली।
राहत कैंप के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री लेसी सिंह, विधायक बीमा भारती, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव कुमार हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, प्रमंडलीय आयुक्त प्रेम सिंह मीणा, जिलाधिकारी राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक दया शंकर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
राहत शिविर के निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां का जो इलाका बाढ़ प्रभावित है उसका एरियल सर्वे कर हमने देख लिया और यहां आकर लोगों से बातचीत कर राहत कार्यों की जानकारी ली। सभी प्रभावित लोगों को राहत देने के सभी इंतजाम किये जा रहे हैं।
सीएम नीतीश ने कहा कि राहत कैंप में भोजन के इंतजाम के साथ-साथ रहने की व्यवस्था भी की गयी है। जो भी पीड़ित परिवार हैं उनको अलग से हमलोग राहत देते हैं। बाढ़ के चलते जो कृषि में क्षति होती है उनको भी राहत दिया जाता है। इसका पूरी तरह से आंकलन किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग एक-एक चीज को देख रहा है।
वही कटिहार और पूर्णिया के हवाई सर्वेक्षण के बाद पटना लौटने पर सीएम नीतीश ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत की । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कटिहार और पूर्णिया जिले के कुछ इलाकों का हमने दौरा किया है। पूरे इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया और वहां दो जगहों पर लोगों से मिलकर उनसे बात भी की है। वहां जो व्यवस्था की गई है उसे भी हमने देखा हम लोगों की बातों को सुनते हैं। उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं।
इस बार गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा है। उसी के चलते बहुत जगहों पर नुकसान हुआ है। पत्रकारों द्वारा राहत पैकेज के संबंध में पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तो बाढ़ प्रभावित लोगों को रहने की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनकी मदद की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि फसल की जो क्षति हुई है या खेती में जो नुकसान हुआ है। उसके लिये भी काम करना है। बाढ़ से हुई क्षति को लेकर केन्द्र से की जाने वाली मांग पर सीएम नीतीश ने कहा कि हमलोग तो अपनी तरफ से मांग करते ही हैं। 2007 से ही हमलोगों ने सारी पॉलिसी बना दी है, उसको और बेहतर करते हुए हर किसी को सहायता करते हैं।
मवेशियों के लिये भी हमलोग व्यवस्था कर रहे हैं। उनके रहने का भी इंतजाम किया गया है, चारे की व्यवस्था की गई है। ये हमलोगों का प्रावधान है। पंचायत चुनाव की घोषणा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव के बारे में निर्णय हो गया है। केन्द्र सरकार की तरफ से जातीय जनगणना को लेकर पत्र का जवाब मिलने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में जानकारी मिल जायेगी।