1st Bihar Published by: Updated Wed, 17 Aug 2022 01:06:13 PM IST
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PATNA : नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से राजनितिक गलियारों में बवाल मच गया है. कार्तिकेय सिंह के कानून मंत्री बनने के बाद उनपर लगे आरोप को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कार्तिकेय सिंह की बर्खास्तगी की मांग की है. उन्होंने कहा कि वो अपहरण के एक मामले में फरार घोषित हैं. उनके खिलाफ वारंट जारी है. उन्हें 16 अगस्त को सरेंडर करना था, लेकिन शपथ लेने राजभवन चले गए.
बीजेपी सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री जब किसी को शपथ दिलवाता है तो उसका पहले पुलिस वेरिफिकेशन होता है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जाता है. क्या नीतीश जी को यह बात नहीं मालूम थी कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट है. सीएम नीतीश बाढ़-मोकामा इलाके से आते हैं और उन्हें कार्तिकेय सिंह के बारे में पहले से नहीं पता था. नीतीश कुमार को कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त कर देना चाहिए. इससे पहले भी मंत्रियों को हटाया गया था.
सुशील मोदी ने कहा कि कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री इसलिए बनाया गया ताकि आरजेडी के वो मंत्री जिन पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं, उसे समाप्त किया जा सकें. चाहें वह ललित यादव हों या सुरेंद्र यादव या रामानंद यादव, इन बाहुबलियों के मुकदमों को खत्म करने के लिए कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाया गया है. कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाए जाने से लगता है कि बिहार एक बार फिर लालू यादव के राज की ओर लौट रहा है. उनका जंगलराज फिर से वापस आ गया है.