लड़की को गोली मारने के बाद युवक ने खुद को भी मारी गोली, मौत के बाद इलाके में सनसनी चरस तस्करी मामले में कोर्ट ने सुनाई सजा, चेलवा और बैला को 14 साल की सजा अतिथि शिक्षकों को हटाने के आदेश को HC ने किया निरस्त, अब स्कूलों में तैनात रहेंगे गेस्ट टीचर रेलवे ने बनाया नया कीर्तिमान, मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज से चलाई 364 ट्रेन PK ने लालू-नीतीश पर बोला हमला, किसान महापंचायत में कहा..लालू को अपने बेटों की चिंता है और नीतीश आपके बच्चों को लाठी से पिटवा रहे हैं Raid On Punjab CM House: पंजाब सीएम भगवंत मान के दिल्ली आवास पर चुनाव आयोग की रेड, पंजाब पुलिस ने आयोग की टीम को रोका, पैसे बांटने की शिकायत Bihar Transport News: गजब..बिहार में गाड़ियों का फिटनेस जांच MVI नहीं दलाल करते हैं, मोटरयान निरीक्षक का सरकारी मोबाइल माफिया के पास कैसे पहुंचा? Bihar Cricket में मैच फिक्सिंग के घिनौने खेल का बड़ा खुलासा: पूर्व वाइस कैप्टन ने जय शाह के करीबी राकेश तिवारी पर बेहद गंभीर आरोप लगाये खगड़िया में किसान सलाहकार को मारी गोली, श्राद्धकर्म में शामिल होने के बाद लौट रहे थे घर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर 8 मार्च को पहली बार पूर्णिया में करेंगे महासत्संग, एक लाख से अधिक लोग होंगे शामिल
29-Mar-2023 06:31 PM
NALANDA: जहानाबाद पुलिस ने एक युवक को महज इस बात के लिए गोली मार दी कि उसके पास ना तो हेलमेट था और ना ही ड्राइविंग लाइसेंस। युवक अस्पताल में जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहा है। लेकिन यदि यही गलती पुलिस करती है तो इसे क्या कहेंगे। नालंदा में फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस ने हेलमेट लगाना तक मुनासिब नहीं समझा। क्योंकि कानून तो उनके पास है। उन्हें कानून का क्या डर?
हम बात नालंदा जिले की कर रहे हैं। जहां रामनवमी को लेकर डीएम और एसपी के नेतृत्व में बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र मैदान से फ्लैग मार्च निकाला गया। जिसमें दर्जनों बाइक पर सवार होकर पुलिसकर्मी फ्लैग मार्च में शामिल हुए। लेकिन इस दौरान एक भी पुलिसकर्मी हेलमेट लगाए नहीं दिखा। पुलिस के आलाधिकारी भी उस वक्त मौजूद थे।
बता दें कि मंगलवार को ही जहानाबाद में नालंदा के रहने वाले युवक सुधीर को हेलमेट नहीं पहनने की सजा पुलिस ने दी थी। पुलिस ने युवक को गोली मारी थी। लेकिन सवाल यह उठता है की जो पुलिसकर्मी सड़क पर बाइक चला रहे हैं क्या इनके लिए हेलमेट जरूरी नहीं है। बिना हेलमेट के बाइक चलाने का परमिशन आखिर इन्हें किसने दिया। ऐसा लगता है कि पुलिस वाले यह सोच रहे होंगे कि हमारे पास तो वर्दी है। हमारा कौन क्या बिगाड़ लेगा। ऐसे में कानून व्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है।