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BHAGALPUR: कामख्या एक्सप्रेस में छापेमारी कर आरपीएफ ने 935 कछुआ बरामद किया है। साथ ही 5 महिला समेत 8 तस्करों को गिरफ्तार किया है। बरामद कछुओं की अनुमानित मूल्य 16 लाख रुपये बतायी जा रही है। जिसे बंगाल के रास्ते विदेश भेजने की योजना थी।
8 तस्करों में एक तस्कर पूर्णिया का रहने वाला है। जबकि अन्य उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रहने वाले हैं। गिरफ्तार लोगों में 20 वर्षीय गोनर कुमार पूर्णिया का रहने वाला है। इसके अलावे 25 वर्षीय अमर,19 वर्षीय शिवा, 25 वर्षीय लिजा, 19 वर्षीय शांति, 20 वर्षीय कुसुमा समेत अन्य तस्कर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं।
ट्रेन जैसे ही नवगछिया स्टेशन पहुंची आरपीएफ की टीम ने छापेमारी शुरू कर दी। अलग-अलग बोगी में कछुए को छुपा कर रखा गया था। आरपीएफ ने एस-4,5,7,9 से पहले कछुए को जब्त किया। उसके बाद सबसे जनरल बोगी से दो बोरियों में भरे कछुए को जब्त किया गया। तस्करों से जब पूछताछ की गयी तब पता चला कि इन कछुओं को बंगाल के रास्ते विदेश भेजने की तैयारी थी। कुल 42 बोरियों से 935 कछुओं को बरामद किया गया है। फिलहाल आरपीएफ और पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
वही वन विभाग के पदाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि सभी बरामद कछुओं को भागलपुर स्थित सुंदरवन में रखा जाएगा। जिन्हें बाद में गंगा नदी में छोड़ दिया जाएगा। इसके साथ ही गिरफ्तार तस्करों के विरुद्ध भारतीय वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कछुओं की काफी मांग है। जिससे कई तरह की कीमती दवा बनायी जाती है। जहां एक कछुआ की कीमत लगभग एक हजार के आसपास तक होती है। बरामद 935 कछुओं की अनुमानित कीमत 16 लाख रुपये बतायी जा रही है।