जीतन राम मांझी ने दी आरसीपी सिंह को चुनौती, राजनीति से संन्यास लेने तक की कह दी बात

जीतन राम मांझी ने दी आरसीपी सिंह को चुनौती, राजनीति से संन्यास लेने तक की कह दी बात

PATNA : बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने जेडीयू सांसद आरसीपी को बड़ी चुनौती दी है। मांझी ने राजनीति से संन्यास लेने तक की धमकी दे दी है। जीतन राम मांझी ने फर्स्ट बिहार की खबरों को रीट्वीट करते हुए ये हमला बोला है। हमने आरसीपी सिंह की बयानों के आधार पर बताया था कि वे मांझी को किस तरह हेल्थ चेकअप करने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही आरसीपी सिंह ने बिहार में शराबबंदी पर सफाई भी पेश की थी।


जीतन राम मांझी ने खबरों को रीट्वीट करते हुए लिखा है कि मैं RCP सिंह को चुनौती देता हूं कि अगर हिम्मत है तो वह अपने अधिकारियों और मंत्रियों के आवास में छापेमारी करवाएं अगर वहां शराब नहीं मिली तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।झूठी और थोथी दलीलें देना बंद करें,सूबे का बच्चा-बच्चा जानता है कि हर जगह शराब मिल रही है।


जीतन राम मांझी ने अपने ट्वीट में बिहार के सीएम नीतीश कुमार को भी टैग किया है। और इस ट्वीट के साथ बिहार की शराबबंदी को बड़ी चुनौती भी दे डाली है। मांझी ने आरसीपी सिंह को निशाने पर लेते हुए बिहार की नीतीश सरकार को ही शराबबंदी पर चुनौती दे डाली है। मांझी ने साफ लहजों में कहा कि शराबबंदी के नाम  पर पीठ ठोक रही नीतीश सरकार अपने ही मंत्रियों और अधिकारियों के घर में झांके तो पता चल जाएगा कि शराबबंदी की किस तरह धज्जियां उनके घर में उड़ रही है उनके लोग ही इसे तोड़ रहे हैं।


बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी के बावजूद गरीब तबके के लोगों को थोडी थोड़ी शराब पीने की सलाह पर सांसद आरसीपी सिंह ने नसीहत देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को पहले अपना हेल्थ चेकअप करवा लेना चाहिए। उन्होनें कहा कि महागठबंधन के लोगों के पास शराबबंदी के खिलाफ कोई मुद्दा ही नहीं है वे फील्ड में जाकर क्या ये कहेंगे कि वे बिहार में फिर से शराब चालू करेंगे।


वहीं आरसीपी सिंह ने शराबबंदी कानून पर सफाई पेश करते हुए कहा था कि किसी भी कानून को लागू किया जाता है तो उसे तोड़ने वाले भी कम नहीं है मर्डर जैसे जघन्य अपराध जिसकी सजा फांसी है उस कानून को भी कुछ लोग तोड़ने से बाज नहीं आते फिर शराबबंदी कानून तो सामाजिक जागरुकता से जुड़ा हुआ है जैसे-जैसे इस  विषय पर लोगों की जागरुकता बढ़ती जाएगी ये अपने आप कम होता चला जाएगा।


बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी  ने पूर्णिया के धमदाहा में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि गरीबों को दारू को दवा समझ कर पीना चाहिये। रात में सोने से पहले थोड़ी शराब पीने से कोई नुकसान नहीं होता। इससे नींद अच्छी आती है और गरीब सुबह उठकर ज्यादा तरोताजा होकर काम कर सकते हैं।