RANCHI : झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आज पीएम नरेन्द्र मोदी भी झारखंड के चुनावी रण में उतरे। उन्होनें खूंटी और जमशेदपुर में चुनावी सभा कर बीजेपी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे। इस दौरान पीएम मोदी राम नाम के सहारे दिखे। राम के नाम पर उन्होनें आदिवासी वोटों को साधने की कोशिश की।
पीएम मोदी ने राम मंदिर की चर्चा करते हुए कहा कि राम मंदिर विवाद को कांग्रेस की सरकार ने लटकाए रखा था। बीजेपी की सरकार ने उस विवाद को भी शांतिपूर्व सुलझा लिया ।वहीं पीएम मोदी ने मर्यादा पुरुषोत्तम राम के मर्यादा की व्याख्या करते हुए कहा कि 14 साल राजकुमार राम ने आदिवासियों के बीच बिताया, इसलिए वो मर्यादा पुरुषोत्तम बने।
दरअसल झारखंड के किंगमेकर माने जाने वाले आदिवासी समुदाय के वोटों पर बीजेपी सहित सभी दलों की नजर है। पार्टी वोटों की गोलबंदी में जोरशोर से जुटी है।बीजेपी ने अपनी इसी रणनीति के तहत राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को केन्द्र में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपते हुए केन्द्रीय मंत्री बनाया था। मुंडा केन्द्र में आदिवासी कल्याण मंत्री का ओहदा संभाल रहे हैं।
आदिवासी वोटों को गोलबंद करने की कवायद के तौर पर मोदी सरकार में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने ऐलान किया था कि आदिवासियों के लिए देशभर में नवोदय विद्यालय की तर्ज पर एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जाएगी। अगले तीन सालों में पूरे देश में प्रखंड स्तर पर ऐसे 462 एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जाएंगे। इनमें 69 की स्थापना झारखंड में होगी।
बता दें कि बझारखंड में करीब 26 फीसदी आदिवासी समुदाय का वोटर है, जो राजनीतिक दलों का सियासी समीकरण बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखते हैं।