जदयू नेता अजय आलोक ने फिर प्रशांत किशोर पर साधा निशाना, पूछा- राजद्रोह की भाषा बोलने पर क्या सजा होती है ?

जदयू नेता अजय आलोक ने फिर प्रशांत किशोर पर साधा निशाना, पूछा- राजद्रोह की भाषा बोलने पर क्या सजा होती है ?

PATNA : CAA को लेकर लगातार बयानबाजी कर रहे जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पर एक बार फिर उनकी ही पार्टी के नेता अजय आलोक ने निशाना साधा है. ट्वीटर पर छिड़ी जंग में अजय आलोक ने पूछा है कि राजद्रोह की भाषा बोलने बालों की सजा क्या होती है. जदयू नेता ने ये भी बताया है अगर नीतीश कुमार CAA को लागू करने से इंकार करते हैं तो उनकी सरकार भी जा सकती है.


प्रशांत किशोर के बयान पर अजय आलोक का हमला
दरअसल आज सुबह जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया. पहले तो CAA के मसले पर स्टैंड लेने के लिए सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की तारीफ की. फिर ये दावा भी कर दिया कि वे तय करेंगे कि बिहार में  CAA और NRC लागू नहीं हो पाये. इसके बाद अजय आलोक ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा.



अजय आलोक ने ट्वीटर पर लिखा " CAA अब 10 जनवरी 2020 से देश का क़ानून बन चुका हैं , ये पुरे देश में लागू हो चुका हैं और सबको इसका पालन करना ही हैं नहीं तो article 365 के तहत राष्ट्रपति कार्यवाही करेंगे . सवाल ये हैं की राज द्रोह की भाषा बोलने पे क्या सजा होती हैं ? असमंजस की स्तिथि NDA में नहीं होनी चाहिए. "



नीतीश को भी चेतावनी
जदयू नेता के इस ट्वीट में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इशारों में चेतावनी दी गयी है. पहली ये कि अगर CAA लागू नहीं किया तो राष्ट्रपति उनकी सरकार को बर्खास्त कर सकते हैं. दूसरा ये कि भाजपा से गठबंधन की भी फिक्र नीतीश को करनी चाहिये. जाहिर है अगर नीतीश कुमार बिहार में CAA नहीं लागू करने का एलान करते हैं तो फिर भाजपा के लिए उनके साथ सरकार में बने रहना असभंव सी बात हो जायेगी. फिर नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री की कुर्सी भी खतरे में पड़ेगी.