JDU ने मान लिया पार्टी के साथ नहीं हैं गामी और जावेद, वशिष्ट बोले- हमें कोई फर्क नहीं पड़ता

JDU ने मान लिया पार्टी के साथ नहीं हैं गामी और जावेद, वशिष्ट बोले- हमें कोई फर्क नहीं पड़ता

PATNA : तेजस्वी यादव की बेरोजगारी हटाओ यात्रा का जेडीयू के विधायक और विधान पार्षद की तरफ से समर्थन किए जाने को लेकर जेडीयू की तरफ से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि किसी एक विधायक व विधान पार्षद के समर्थन करने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि जो लोग तेजस्वी की यात्रा का समर्थन कर रहे हैं उनके बारे में पार्टी पहले से जानती है उसने कहा है कि जेडीयू की सेहत पर इस सब से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।


वशिष्ठ नारायण सिंह के इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि जेडीयू ने अपने विधायक अमरनाथ गामी और विधान पार्षद जावेद इकबाल अंसारी को पार्टी से अलग मान लिया है। आपको बता दें कि अमरनाथ गामी में तेजस्वी की बेरोजगारी हटाओ यात्रा का समर्थन करते हुए कहा था कि बिहार में पलायन एक बड़ी समस्या है और सरकार ने बेरोजगारी खत्म करने के लिए कोई ठोस पहल नहीं किया है। जावेद इकबाल अंसारी यात्रा का समर्थन किया है एक हफ्ते पहले लालू यादव से जाकर मुलाकात भी कर चुके हैं।


बता दें कि जेडीयू के विधायक अमरनाथ गामी ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े  करते हुए कहा कि बिहार में बेरोजगारी चरम पर है इस हकीकत को कोई झुठला नहीं सकता। जेडीयू विधायक ने कहा है कि बेरोजगारी के कारण बिहार के लिए सबसे बड़ी समस्या पलायन है और दिल्ली में बसे बिहारियों ने भी जेडीयू और बीजेपी के गठबंधन को वहां के विधानसभा चुनाव में नकार दिया। गामी ने कहा है कि दिल्ली में बिहारियों की तादाद ज्यादा होने के बावजूद आम आदमी पार्टी को बड़ी जीत हासिल हुई। इस पर बिहार सरकार को चिंतन करनी चाहिए।


वहीं हफ्ते भर पहले रिम्स पहुंचकर लालू यादव से मुलाकात करने वाले जेडीयू एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी ने तेजस्वी की बेरोजगारी यात्रा का स्वागत किया है। अंसारी ने कहा है कि तेजस्वी युवाओं के सवाल को लेकर बिहार के दौरे पर निकले हैं और इससे बिहार की राजनीति को एक नया विकल्प मिलने वाला है। जेडीयू के नेताओं के रूप में आए इस बदलाव के बाद यह माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव को लेकर अब पाला बदलने का खेल जल्द शुरू होनेवाला है।