PATNA : जनता दल यूनाइटेड ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जब अपने 20 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की तो भारी बवाल मच गया। दरअसल जेडीयू ने मालेगांव ब्लास्ट के आरोपी रमेश चंद्र उपाध्याय को पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाने का फैसला किया था।
बलिया जिले के बेरिया सीट से रमेश चंद्र उपाध्याय को जेडीयू ने उम्मीदवार बनाने की घोषणा की तो हड़कंप मच गया। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को इस बात का अंदाजा नहीं था कि रमेश चंद्र उपाध्याय मालेगांव ब्लास्ट के आरोपी हैं।
प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। फर्स्ट बिहार ने इस खबर को प्रमुखता के साथ दिखाया और अब खबर के बाद इसका बड़ा असर हुआ है।
आनन-फानन में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने रमेश चंद्र उपाध्याय की उम्मीदवारी खत्म कर दी है। अनूप सिंह पटेल ने कहा है कि उम्मीदवारों की नई सूची जारी की गई है। हालांकि इस सूची में बैरिया सीट का जिक्र नहीं है।
बता दें कि 2008 के मालेगांव बम ब्लास्ट आरोपी मेजर रमेश चंद्र उपाध्याय जदयू में 2020 अक्टूबर में शामिल हुए थे। 2008 मालेगांव बम धमाके के आरोपी मेजर रमेश चंद्र उपाध्याय मुंबई हाई कोर्ट से जमानत पर रिहा है। 5 साल पहले इनको मुंबई हाई कोर्ट ने जमानत दी थी।
मालेगांव मामले में कथित भूमिका के लिए महाराष्ट्र एटीएस ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित के साथ सेवानिवृत मेजर रमेश उपाध्याय को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में एटीएस ने रमेश चंद्र उपाध्याय को 2017 में जमानत पर रिहा किया गया था।
वहीं, इस मामले पर मुंबई की एक विशेष एनआईए अदालत के समक्ष ट्रायल जारी है। बता दें कि इससे पहले 2019 में रमेश चंद्र उपाध्याय ने विश्व हिंदू महासभा के प्रत्याशी के रूप में बलिया संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की बात कह चर्चा में आये थे. उन्होंने महागठबंधन को खुले तौर पर मुस्लिम परस्त कहा था तो वहीं भारतीय जनता पार्टी पर भी हिंदुओं की हितों के नाम पर वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया था।