ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: सासाराम में सीएम योगी की ललकार, महागठबंधन पर जमकर बरसे; उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के लिए मांगे वोट Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम Bihar Assembly Elections : बिहार चुनाव को लेकर बॉर्डर हुआ सील, बड़ी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक Bihar Election 2025: वोटिंग करने से पहले जरुर जान लें यह बातें, पोलिंग बूथ पर जाकर नहीं होगी कोई परेशानी Bihar Special Trains: यात्रियों के लिए खुशखबरी! बिहार से चलेंगी इतनी स्पेशल ट्रेनें, जानें क्या है टाइमिंग और रुट? Bihar Election : पटना में गंगा नदी में नाव परिचालन पर रोक, SDO ने जारी किया आदेश; जानिए क्या है वजह Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, आशा कार्यकर्ता के घर से 32.42 लाख कैश जब्त

जातीय गणना में नीतीश की रूची नहीं: कुशवाहा ने कहा- बिहार के सीएम घूमने में हैं व्यस्त.. उनकी लापरवाही का नतीजा है हाई कोर्ट का फैसला

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 04 May 2023 04:32:35 PM IST

जातीय गणना में नीतीश की रूची नहीं: कुशवाहा ने कहा- बिहार के सीएम घूमने में हैं व्यस्त.. उनकी लापरवाही का नतीजा है हाई कोर्ट का फैसला

- फ़ोटो

PATNA: पटना हाई कोर्ट ने आज एक बड़ा फैसला लेते हुए बिहार में चल रहे जातीय गणना पर रोक लगा दी। हाई कोर्ट से नीतीश सरकार को लगे इस बड़े झटके के बाद जातीय गणना को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। विपक्षी दल इसके लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार सरकार को दोषी बता रहे हैं। राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने हाई कोर्ट के फैसले को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि नीतीश को अब बिहार में कोई रूची नहीं रह गई है और वे सिर्फ दूसरे राज्यों में घूमने में व्यस्त हैं। उन्हीं की लापरवाही का नतीजा है कि इतने महत्वपूर्ण मामले पर हाई कोर्ट ने रोक लगा दिया।


उपेंद्र कुशवाहा ने हाई कोर्ट के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि बिहार में जातीय गणना की जरुरत पहले से महसूस की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट समेत दूसरे राज्यों के कोर्ट ने भी जातीय गणना पर समय समय पर आंकड़े नहीं होने की बात कही है और आंकड़ा देने के बाद ही इस तरह के विषयों पर कोई बात हो सकती है। देश में 31 के बाद कोई जनगणना नहीं हुई ऐसे में आंकड़ों की जरुरत है। राज्य की नीतीश सरकार को चाहिए था कि पूरी तैयारी के साथ इस केस को लड़ती लेकिन सरकार के सुस्त और लापरवाह रवैया के कारण कोर्ट का यह फैसला आय़ा है। 


कुशवाहा ने कहा कि नीतीश सरकार का शुरू से ही ऐसे मामलों में लापरवाह रवैया रहा है। लीगल मामला है ऐसे में सरकार को इसपर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत थी लेकिन राज्य सरकार की लापरवाही का परिणाम है हाई कोर्ट का यह फैसला। उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब सरकार की लापरवाही के कारण कोर्ट का ऐसा फैसला आया है। इससे पहले भी कोर्ट के कई बार ऐसे फैसले आ चुके हैं, जिसमें नरसंहारों के मुजरिम तक बचते रहे हैं क्योंकि राज्य की सरकार ऐसे मामलों में लापरवाह हो जाती है। इस मामले में भी सरकार की तरफ से लापरवाही बरती गई। इसके लिए अगर कोई जिम्मेवार है तो वह बिहार की सरकार और खुद मुख्यमंत्री हैं।


नीतीश की विपक्षी एकता की मुहिम पर तंज करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री को दूसरे राज्यों में घूमने से फुर्सत नहीं है, अब उनको बिहार में कोई रूची नहीं है। नीतीश कुमार ने सरकार के कामकाज में रूची लेना छोड़ दिया है। खुद नीतीश कुमार बोलते रहते हैं कि अब उनका मन नहीं लग रहा है। अगर मन नहीं लगने वाला मुख्यमंत्री रहेगा तो यही स्थिति सामने आनी है। सरकार की जवाबदेही थी कि वह अपना पक्ष मजबूती के साथ कोर्ट के समक्ष रखे। सरकार की तरफ से इसको लेकर तैयारी नहीं की गई थी कि वह कोर्ट के समक्ष अपनी बात को ठीक ढंग से रख पाए। कुशवाहा ने बिहार सरकार को सलाह दी है कि वह बिना देर किए सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करें।