BIHAR: नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी, खगड़िया में साइबर ठग गिरफ्तार छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी
1st Bihar Published by: Updated Wed, 08 Jul 2020 09:00:42 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : कोरोना संकट की महामारी के बीच कई पार्टियां बिहार में चुनाव का विरोध कर रही हैं. सत्ताधारी दल की ओर से चुनाव की पूरी तैयारी की जा रही है तो वहीं, दूसरी ओर कई पार्टियां बिहार विधानसभा चुनाव को स्थगित करने की मांग कर रही हैं. जाप पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई. जाप संरक्षक पप्पू यादव ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि बिहार चुनाव स्थगित करवाने के लिए वे सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.
पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बोला कि बिहार में कोरोनावायरस के मामले रोज़ तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में बिहार में विधानसभा चुनाव कराने का कोई औचित्य नहीं हैं. आम जनता के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए मैं भारतीय निर्वाचन आयोग से अपील करता हूँ कि चुनाव को कुछ समय के लिए टाल दिया जाये. चुनाव तभी होना चाहिए जब कोरोना का कोई खतरा नहीं होना चाहिए. यदि चुनाव स्थगित नहीं किये गए तो हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे.
नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि "2015 के चुनाव में वोट चाहिए था तो नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव से गठबंधन कर लिया और अब 15 साल के जंगल राज का डर दिखा रहे हैं. क्या उस वक्त नहीं मालूम था कि लालू प्रसाद के राज में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा था ? नीतीश कुमार को सिर्फ सत्ता की चाहत है. इसके लिए वो किसी भी पार्टी से गठबंधन कर सकते हैं. उन्होंने गरीबों और मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान उनके हाल पर छोड़ दिया. मजदूरों के पास न अनाज था और न ही पैसे थे फिर भी उनकी चिंता नहीं की."
राज्य की कानून व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि, “सिर्फ सुशासन का राग अलापने से कानून व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो जाती. हर रोज़ हत्या, बलात्कार, लूट की खबरें सामने आ रही है. अपराध का ग्राफ लगतार बढ़ता जा रहा है. राजधानी पटना में व्यापारी वर्ग अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करता. दूसरे जिलों की बात तो छोड़ ही दीजिए. यदि हम इस बार सत्ता में आते हैं तो हमारी तीन मुख्य प्राथमिकताएं होगीं - बेटियां रात के बारह बजे भी निर्भीक होकर घूम सकेंगी, राज्य से पलायन नहीं होगा तथा अपराधियों का डर और खौफ ख़त्म होगा.“
आगे उन्होंने कहा कि, "चाहे चमकी बुखार हो या पटना में जलजमाव, सीएए-एनआरसी का विरोध करना हो या लॉकडाउन के दौरान गरीब जनता के बीच राशन बांटना हो. हमारी पार्टी हर मुसीबत में लोगों के बीच रही और करोड़ों लोगों की मदद की. इन बुरे हालातों में सत्ता पक्ष के नेता तो गायब रहे ही साथ ही विपक्ष के नेता भी अपने-अपने घरों में कैद रहें."
पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष अखलाक़ अहमद ने कहा कि आज बिहार चुनाव की तैयारी की समीक्षात्मक बैठक हुई। पार्टी अपने बल बूते और कार्यकर्ताओं के सहारे चुनाव में उतरेगी. बैठक की अध्यक्षता बिहार प्रदेश अध्यक्ष रघुपति सिंह ने की. इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव एज़ाज अहमद, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश प्रधान महासचिव सूर्यनारायण सहनी, अवधेश कुमार लल्लू, राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा और बिहार के सभी 38 जिलों के पार्टी जिलाध्यक्ष मौजूद रहें.