PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रत्येक सोमवार को जनता दरबार लगाते हैं और लोगों की समस्याओं को सुनते हैं। आज भी सोमवार है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार लगा रहे हैं। अलग-अलग विभागों से जुड़े मामलों को सुन रहे है और समस्या का समाधान करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी को निर्देश भी दे रहे हैं। लेकिन वही दूसरी ओर जनता दरबार के बाहर भी फरियादी खड़े नजर आ रहे हैं जो बड़ी ही उम्मीद लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे थे लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं कराए जाने के कारण उन्हें जनता दरबार में एंट्री नहीं मिली। लिहाजा जनता दरबार के बाहर ही पीड़ित परिवार पोस्टर लेकर खड़े हो गये। जिसमें लिखा था कि मेरी बेटी कहां है?
लाख दावे करने वाली सुशासन की सरकार में बेटियां कितनी सुरक्षित है। महिलाएं कितनी सुरक्षित है। जनता दरबार के बाहर कड़ी धूप और भीषण गर्मी के बावजूद खड़े एक पिता हाथ में पोस्टर लिए पूछ रहे हैं कि मेरी बिटिया कहां है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगाने के लिए वे जनता दरबार में शामिल होने आए थे लेकिन उन्होंने इसमें शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था जिसके बाद उन्हें जनता दरबार में एंट्री करने से रोका गया।
जिसके बाद पीड़ित पिता अपनी बिटिया की कुशल बरामदगी की मांग को लेकर हाथों में पोस्टर लेकर जनता दरबार के बाहर खड़े हो गये। जनता दरबार में आने वाले हर फरियादियों और अधिकारियों की नजर उन पर पड़ी। पीड़ित पिता यह सवाल कर रहा है कि आखिर उनकी बेटी कहां है? पीड़ित पिता ने यह आरोप लगाया है कि 2 फरवरी से उनकी बेटी पटना के जगदेव पथ स्थित अपने ससुराल से गायब है।
उनका आरोप है कि उनकी बेटी को बेच दिया गया है। उन्होंने हत्या की भी आशंका जतायी है। इसे लेकर उन्होंने पुलिस से कई बार गुहार लगायी है लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई अब तक नहीं हो पाई है। अब पीड़ित पिता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।