PATNA: डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड के दोषी आनंद मोहन उम्र कैद की सजा से रिहाई के बाद फिर से राजनीति में सक्रिय होंगे. सोमवार को रिहाई की खबर मिलने के बाद आनंद मोहन से ऐसे ही संकेत दिये. आनंद मोहन ने कहा कि उन्हें एक साथ डबल तोहफा मिल गया है.
दरअसल सोमवार को ही आनंद मोहन के विधायक बेटे चेतन आनंद की सगाई थी. उसी दिन बिहार सरकार के विधि विभाग ने उम्र कैद की सजा काट रहे आनंद मोहन को जेल से रिहा करने का आदेश जारी किया. बेटे के सगाई समारोह में ही मीडिया से बात करते हुए आनंद मोहन ने कहा कि उन्हें तो डबल तोहफा मिल गया है. आज बेटे की सगाई है और आज ही रिहाई का आदेश जारी हुआ है. उन्होंने रिहाई के लिए नीतीश कुमार और राज्य सरकार को धन्यवाद दिया.
फिर से राजनीति में सक्रिय होंगे आनंद मोहन
मीडिया ने आनंद मोहन से आगे की रणनीति पर भी सवाल किया. आनंद मोहन बोले-पहले जेल से रिहाई की कागजी कार्रवाई पूरी कर लें उसके बाद विचार करेंगे. आनंद मोहन ने फिर से राजनीति में सक्रिय होने की बात से इंकार नहीं किया. हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि वे राजद और जेडीयू के साथ राजनीति करेंगे या फिर अपनी पुरानी पार्टी को फिर से जिंदा करेंगे. बता दें कि आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और उनके बेटे चेतन आनंद राजद में हैं. दोनों ने 2020 में राजद के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. लवली आनंद तो चुनाव हार गयीं लेकिन चेतन आनंद राजद से विधायक हैं.
खुद चुनाव नहीं लड़ पायेंगे
डीएम हत्याकांड के दोषी आनंद मोहन भले ही जेल से रिहा हो जायेंगे लेकिन देश में लागू लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत वे चुनाव नहीं लड पायेंगे. उन्हें उम्र कैद की सजा हो चुकी है और ऐसी सजा पाया व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता है. आऩंद मोहन पहले बिहार पीपुल्स पार्टी चलाते रहे हैं. उनके जेल जाने के बाद उनकी पत्नी लवली आनंद ने कुछ दिनों के लिए वह पार्टी चलायी लेकिन उसके बाद वे अलग अलग दलों में घूमती रहीं. देखना होगा कि आनंद मोहन अपनी पुरानी पार्टी को जिंदा करते हैं या फिर खुद राजद और जेडीयू जैसी पार्टियों में से किसी में शामिल हो जायेंगे.