SAHARSA: सहरसा के बंगाली बाजार ओवर ब्रिज मामले में नवनिर्माण मंच द्वारा चल रहे हस्ताक्षर अभियान के 15 दिन पूरे होने के बाद पूर्व विधायक किशोर कुमार ने कहा कि बंगाली बाजार ओवर ब्रिज सहरसा की प्रमुख समस्या है, जो आने वाले दिनों में और भी गंभीर होती जाएगी। इसको गंभीरता को लेते हुए तमाम सहरसा वासियों के साथ हमारी मांग है कि कम से कम नुकसान में नई तकनीक के साथ ओवर ब्रिज का निर्माण हो ताकि भविष्य में इस महाजाम में फंसकर किसी का कोई नुकसान ना हो।
किशोर कुमार ने कहा कि पद पर रहकर अपनी अकर्मण्यता को छुपाने के लिए आरोप प्रत्यारोप करना सही नहीं है। ऐसे जनप्रतिनिधियों को ऊंची राजनीति की जगह जनता के बीच जाकर उन्हें विश्वास दिलाना चाहिए और इस पुल के निर्माण को सुनिश्चित करना चाहिए, ना कि अनर्गल प्रलाप कर सहरसा की जनता का अपमान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य जहां सिर्फ सहरसा की जनता के लिए बंगाली बाजार रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण करवाना है ताकि भविष्य की समस्याओं के लिए अभी से ही तैयार रहा जाए।
पूर्व विधायक ने कहा कि मुझे इस मामले में ना राजनीति करनी है और ना ही राजनीतिक लाभ लेना है। यह समस्या सहरसा के नगर वासियों की है जिसका समाधान होना चाहिए क्योंकि आज बिहार में हर जगह आर ओ बी निर्माण बड़े पैमाने पर हुआ है लेकिन कोसी प्रमंडल के मुख्यालय सहरसा नगर में एक भी पुल नहीं बने हैं। यहां के जनप्रतिनिधि सत्ता में बैठकर मलाई जरूर काटते रहे हैं लेकिन कभी किसी ने भी ना इस पुल की और ना ही अपने क्षेत्र की बात को सदन के पटल पर प्रमुखता से रखा है। वैसे प्रतिनिधि भी आकर इस मामले में खोखली बयान बाजी करते हैं जो उन्हें शोभा नहीं देती है।
किशोर कुमार ने कहा कि बंगाली बाजार ओवर ब्रिज निर्माण की मांग को लेकर पहले चरण में हस्ताक्षर अभियान के दौरान 35000 से अधिक लोगों ने अपना हस्ताक्षर कर समर्थन दिया या आगे भी जारी रहेगा और ब्रिज निर्माण की मांग पूरी होने तक क्रमबद्ध तरीके से चलता रहेगा। जरूरत पड़ी तो मानव श्रृंखला के जरिए भी सरकार को इस बात से आगाह कराया जाएगा कि सहरसा शहर की समस्या का जल्द समाधान हो। आने वाले दिनों में युवाओं के साथ मिलकर हुए पोस्टकार्ड के जरिए भी सरकार को पुल निर्माण के लिए पत्र लिखेंगे। इसके साथ ही बंगाली बाजार ओवर ब्रिज के पास एक ढोल रखकर भी सरकार तक संदेश पहुंचाने का काम किया जाएगा। हम नव निर्माण मंच के साथियों से आगे आने वाले दिनों में इस आंदोलन को तेज करने के अन्य तरीकों पर भी विचार विमर्श करेंगे और तब तक दम लगाते रहेंगे जब तक कि इस पुल का निर्माण ना हो जाए और जनता को समर्पित ना कर दिया जाए।
इस मौके पर नव निर्माण मंच के दिलीप केडिया, रामचंद्र चौधरी, नरेश जायसवाल, विजय पंजियार, हीरा प्रसाद सिंह, मुकेश कुमार सिंह, डॉ० सुरेंद्र झा, डॉ० प्रनमोहन सिंह, सरिता राय, इंद्रभूषण केशरी, मनोज चौधरी, मुन्ना गुप्ता, दिलीप चौधरी, रोहित आनंद, कुमार विश्वास, त्रिभुन सिंह, मोहन सिंह, दिनेश शर्मा, विकाश जायसवाल, सुनील यादव, वार्ड पार्षद राजेश सिंह, रवि आनंद उर्फ दिलजी, वार्ड प्रतिनिधि ब्रजकिशोर सिंह, डॉ० राजकुमार झा, डॉ० नवनीत सिंह, प्रभात सिंह, दिवाकर सिंह, प्रतिकेश सिंह, पूर्व मुखिया संजय गुप्ता, सिद्धार्थ सिधु, पंचम सिंह, रतन सिंह, पवन सिंह, बुल्लू झा, संजय कु० लल्लू, सुनील ठाकुर, प्रशांत सिंह, सोनू सिंह, संजय गुप्ता, संतोष गुप्ता, करनजीत सिंह, कन्हैया सिंह, सोनू सिंह, निखिल सिंह, माणिक सिंह आदि लोग मौजूद रहे।