जब गुलदस्ता लेकर मिलने आए समर्थक, तब बोले तेजस्वी..बुके की जगह कलम और किताब भेट करें

जब गुलदस्ता लेकर मिलने आए समर्थक, तब बोले तेजस्वी..बुके की जगह कलम और किताब भेट करें

PATNA: बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनी। कैबिनेट का भी विस्तार हो गया। महागठबंधन के कुल 31 मंत्रियों ने भी मंगलवार को पद और गोपनियता की शपथ ले ली। नीतीश कैबिनेट के विस्तार के बाद मंत्रियों के बीच विभागों का भी बंटवारा भी हो गया। यहां तक की शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट की बैठक भी हुई जिसमें महागठबंधन के सभी मंत्री शामिल हुए। जिसके बाद से लगातार बधाई और शुभकामना देने वालों का तांता राबड़ी आवास में लगा हुआ है। 


बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने और उन्हें बधाई देने के लिए लोग आवास के बाहर पहुंच रहे हैं। तेजस्वी यादव लोगों से मिल भी रहे हैं और उनके द्वारा लाए गये बुके भी रिसिव कर रहे हैं। बधाई देने आने वाले लोगों की संख्या अधिक थी वही जितने लोग आए थे सभी के हाथों में गुलदस्ता था। सभी ने तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनने और मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाने को लेकर बधाई और शुभकामना दी साथ ही बुके भी भेट की। भारी मात्रा में बुके जमा हो गये। 


इतने सारे बुके देख तेजस्वी यादव भी हैरान रह गये। उन्होंने तुरंत अपने ट्विटर अकाउंट पर सबसे पहले धन्यवाद देते हुए यह लिखा कि उनसे मिलने आने वाले लोग बुके के बजाय किताब या कलम स्नेह के प्रतीक में भेट करें। यह किताबें राजद के लाइब्रेरी में रखी जाएगी जिसे अन्य लोग भी पढ़ सकेंगे। 


तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "सभी कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों और समर्थकों से हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन है कि जब आप हमसे मिलने/शुभकामनाएं देने आएं तो फूलों के गुलदस्ते के बजाय कोई किताब या कलम ही अपने स्नेह के प्रतीक के रूप में दे। ये किताबें हमारे राजद पुस्तकालय की धरोहर होंगी।"  


गौरतलब है कि कुछ महीने पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कुछ इसी तरह का अनुरोध किया था। लोग महंगे-महेगे फूलों का गुलदस्ता लेकर अपने नेता से मिलने जाते हैं और नेता उस फूल को तुरंत अपने पीछे खड़े स्टाफ को दे देते हैं। उसके बाद उस गुलदस्ते का कोई हिसाब-किताब नहीं रह जाता। कितना अच्छा दृश्य होगा जब सबलोग नेता को किताब-कलाम गिफ्ट करेंगे। चूंकि इस गिफ्ट को संरक्षित किया जाएगा इसलिए यह सुकून वाली बात होगी।