Desk: चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण एक भौगोलिक घटना है. इस घटना का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है. तभी तो ग्रहण का नाम सुनते ही लोग सतर्क हो जाते हैं और ग्रहण के दौरान बरती जाने वाली सारी सावधानी का पालन करते हैं. कल यानि 5 जून को भी एक ग्रहण लगने वाला है. ये चन्द्र ग्रहण, रात 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 6 जून की सुबह 2 बजकर 34 मिनट तक लगने वाला है. यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा क्योंकि इस बार उपच्छाया ग्रहण लगने वाला है. भले ही ये उपच्छाया ग्रहण हो पर ज्योतिष की माने तो इस ग्रहण का असर लोगों के जीवन पर पड़ने वाला है.
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, जून और जुलाई महीना मानव जीवन के लिए बड़ा ही कष्टकारी होगा. इस समय 6 ग्रह वक्री चल रहे हैं. राहु- केतु के साथ ही शनि, बृहस्पति, शुक्र और प्लूटो ये चारों ग्रह भी उल्टी चाल चल रहे हैं. इस बार ये चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि पर पड़ने वाला है. आइये जानते है इस ग्रहण का किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है.
मेष- परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें. मन में कई तरह के तनाव आ सकते हैं, लेकिन आपको वाद-विवाद से दूर रहना होगा. मकान और घर को लेकर समस्याएं आ सकती हैं और निर्णय लेने में कुछ कठिनाई आ सकती है. इस दौरान आपको खुद को संभाल कर रखना है. ग्रहण काल में मंत्र का जाप कर अपने राशि के स्वामी मंगल को प्रबल कर सकते हैं. ग्रहण काल खत्म होने के बाद किसी गरीब व्यक्ति को गुड़ और चावल का दान करें.
वृषभ- इस ग्रहण का असर आपके रिश्तों पर पड़ सकता है और आपका कोई संबंध अचानक खत्म हो सकता है. किसी व्यापारिक साझेदारी के खत्म होने की आशंका है. जिस वजह से आप थोडा तनाव में रह सकते हैं. अपना और अपनी पत्नी के सेहत का विशेष ध्यान रखें. पति-पत्नी के बीच विवाद भी हो सकता है. ग्रहणकाल में शुक्र के मंत्रों का जाप करें. किसी गरीब व्यक्ति को दूध का दान करें.
मिथुन- इस राशि के जातक को किसी महिला के आरोप का सामना करना पड़ सकता है. विवाद इस कदर बढ़ सकता है की मामला कोर्ट कचहरी तक पहुंच सकता है. इसलिए आपको थोडा संभल के रहने की जरुरत है. मानसिक तनाव से गुजरने के कारन थोड़ी सेहत भी खराब हो सकती है. इस राशि की महिलाओं को भी अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. धन के मामले में भी संभल कर रहने की जरूरत है. परेशानियों से बचने के लिए बुध के मंत्रों का जाप करें. ग्रहणकाल समाप्त हो जाने पर किसी निर्धन को मीठी खीर दान में दें.
कर्क- इस राशि के जातकों पर ग्रहण का सीधा प्रभाव पड़ने वाला है. इस राशि के स्वामी ग्रह चंद्रमा है. इस वजह से आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. रिश्ते, शिक्षा और संतान इनकी तरफ से परेशानी का सामना कर पड़ सकता है. गर्भवती महिलायें अपना खास ख्याल रखें. गायत्री मंत्र का जाप आप केलिए लाभकारी रहेगा. आप अपनी मां को चांदी का ग्लास भेंट में दें.
सिंह- ग्रहणकाल के दौरान आपकी माता को तनाव हो सकता है, उनकी सेहत पर विशेष ध्यान दें. घर से जुड़ी कोई समस्या सामने आ सकती है. माता के साथ वाद-विवाद करने से बचें. छोटी-छोटी बातों को लेकर भी आपके घर में तनाव हो सकता है. इन सब समस्याओं से बचने के लिए आप सूर्य और चंद्रमा के मंत्रों का जाप कर सकते हैं. ग्रहणकाल के बाद गुड़ और चीनी दोनों का दान करें.
कन्या- इस दौरान आत्मविश्वास में कमी आएगी और आपकी किसी के साथ दोस्ती में दरार पड़ सकती है. भाई-बहनों के साथ भी संबंध बिगड़ सकते हैं. किसी के स्वास्थ को लेकर चिंता और परेशानी बढ़ सकती है. पार्टनशिप में होने वाला लाभ भी नुकसान में बदल सकती है. घर के सदस्यों के सेहत का ध्यान रखें. ग्रहणकाल में आप बुध के मंत्रों का जाप कर सकते हैं. ग्रहण खत्म होने के बाद किसी गरीब व्यक्ति को हरी सब्जी का दान करें.
तुला- इस राशि के जातक को अपनी वाणी पर बहुत ध्यान देना पड़ेगा. अन्यथा आपके कार्यक्षेत्र में परेशानी आ सकती है. इसलिए कुछ भी बोलने से पहले सोचें. मुंह, दांत और आंखों से जुड़ी कोई समस्या भी हो सकती है. तनाव भी बढ़ सकता है. आप शुक्र के मंत्रों का जाप करें. ग्रहणकाल खत्म होने के बाद किसी निर्धन व्यक्ति को घी का दान करें.
वृश्चिक- यह ग्रहण आपकी ही राशि में पड़ रहा है. इसकी वजह से आप को मानसिक तनाव हो सकता है. इस दौरान आपका आध्यात्म की तरफ झुकाव होगा और आपको इससे काफी मदद मिलेगी. आपको ऐसा महसूस होगा कि पूजा-पाठ के अलावा आपके पास कोई चारा नहीं है. स्थिति उतनी खराब नहीं होगी जितनी आपको लगेगा. जब भी आपका मन विचलित हो आप गायत्री मंत्र का जाप करें. ग्रहण खत्म होने के बाद एक तांबे के लोटे में दूध भरकर शिव मंदिर के सामने रख आएं.
धनु- इस राशि के जातकों का निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो सकता है. किसी भी तरह का नकारात्मक विचार ना लाएं. आपका झुकाव इस दौरान आध्यात्म की तरफ होगा. बृहस्पति मंत्र का जापआप के लिए फलदाई है. किसी निर्धन व्यक्ति को एक पैकेट हल्दी का दान करें.
मकर- आपको धन लाभ में कमी होगी. कहीं से पैसा आना होगा तो अचानक रुक सकता है. जीवनसाथी से सहयोग में कमी आ सकती है. किसी तीसरे व्यक्ति के कारण आप दोनों के संबंध खराब हो सकता है. परेशानी से बचे के लिए शनि के मंत्रों का जाप करें. ग्रहण खत्म होने पर एक पैकेट दूध और सरसों का तेल गरीब व्यक्ति को दान करें.
कुंभ- पिता के सेहत को लेकर चिंतित रह सकते है. आपके शत्रु इस दौरान प्रभावी हो सकते हैं. कोई महिला आप पर आरोप लगा सकती है और वो आपकी परेशानी का कारण बन सकती है. इस वक्त अपनी सेहत पर भी ध्यान दें. शनि के मंत्रों का जाप करें. साथ ही ग्रहणकाल खत्म होने के बाद सरसों के तेल या पांच सफेद मिठाई का दान करें.
मीन- धर्म को लेकर किसी बात पर आप संदेह कर सकते हैं. वाहन और यात्राओं से जुड़ी समस्या आपको परेशान कर सकती है. बच्चों के सेहत पर विशेष रूप से ध्यान दें. शिक्षा के क्षेत्र में भी ध्यान देने की जरूरत है और संबंधों में गलतफहमी ना आने दें. ग्रहणकाल के दौरान बृहस्पति मंत्र का जाप करें. ग्रहणकाल के बाद चने की दाल का दान करें.