I.N.D.I.A. में सीट बंटबारे पर कांग्रेस का बयान: अभी खरमास चल रहा है, इसमें शुभ काम कैसे करें?

I.N.D.I.A. में सीट बंटबारे पर कांग्रेस का बयान: अभी खरमास चल रहा है, इसमें शुभ काम कैसे करें?

PATNA: I.N.D.I.A. गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर लगातार विवाद छिड़ा है. जेडीयू के कई नेता बोल चुके हैं कि सीट शेयरिंग में देर हो रही है और इसके लिए कांग्रेस जिम्मेवार है. इस बीच अब फिर से कांग्रेस का बयान आया है. कांग्रेस ने कहा है-अभी खरमास चल रहा है, खरमास में सीटों के बंटवारे जैसा शुभ काम कैसे कर लें.


सीट शेयरिंग पर आज फिर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बयान दिया है. विपक्षी गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अखिलेश सिंह ने कहा कि अभी खरमास चल रहा है, इसमें कोई शुभ काम हमलोग नहीं करेंगे. सब शुभ काम खरमास खत्म हो जाने या 14-15 जनवरी के बाद करेंगे. 


बता दें कि इससे पहले भी अखिलेश सिंह ने कहा था कि अभी सीटों के बंटवारे की हड़बड़ी क्या है. क्या अभी चुनाव की घोषणा हो गयी है जो सीटों का बंटवारा तुरंत कर लिया जाना चाहिये. अभी तो बीजेपी ने भी अपने सहयोगियों के साथ सीट शेयरिंग नहीं है. इसलिए I.N.D.I.A. गठबंधन के सहयोगी दलों को भी इस पर बयानबाजी नहीं करनी चाहिये. उन्हें सवाल नहीं उठाना चाहिये.


हालांकि आज ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सीटों का बंटवारा समय पर हो जायेगा. पटना में मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि सीट शेयरिंग पर बात हो रही है औऱ जल्द ही सब फाइऩल हो जायेगा. लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी के कई नेता सीटों के बंटवारे पर लगातार सवाल खड़ा कर रहे हैं. नीतीश की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि कांग्रेस के कारण सीटों का बंटवारा नहीं हो रहा है. इससे जेडीयू चिंतित है. त्यागी ने कहा है कि सीट शेयरिंग नहीं होने के कारण बीजेपी चुनावी तैयारियों में आगे निकल रही है.


वहीं जेडीयू के विजय चौधरी और विजेंद्र यादव जैसे नेता भी जल्द से जल्द सीट शेयरिंग हो जाने की मांग मीडिया के सामने आकर कर चुके हैं. वैसे राजद की ओर से सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस औऱ लेफ्ट पार्टियों से बात की जा रही है. राजद की कांग्रेस के साथ एक बैठक हुई है. वहीं, भाकपा (माले) और सीपीआई ने भी राजद को अपनी डिमांड बता दिया है. माले ने 5 सीटों पर दावेदारी की है, वहीं सीपीआई की मांग 3 सीटों की है. कांग्रेस 10 सीटों पर दावा ठोंक चुकी है.