DELHI : विश्व भर में कोरोना वायरस की चपेट में अब तक 1 मिलियन से ज्यादा लोग आ चुके हैं. कोरोना का आंकड़ा अब हिंदुस्तान में भी तेजी से बढ़ रहा है. राजधानी दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक हिंदुस्तान में यह आंकड़ा अब 2992 पहुंच गया है. सरकार के मुताबिक भारत में सबसे ज्यादा युवा इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आये हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल की ओर से उम्र को लेकर भी एक डाटा जारी किया किया गया है. इस डाटा के मुताबिक इंडिया में यूथ सबसे ज्यादा इसकी चपेट में आये हैं. भारत में 41 प्रतिशत कोरोना मरीज यूथ हैं. 33 प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जिनकी उम्र 40 से 60 साल के बीच है. 9 प्रतिशत ऐसे बच्चे हैं, जिनकी ऐज 20 साल के अंदर है. मरीजों में 17 प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जो 60 साल से अधिक उम्र के हैं.
उम्र के मुताबिक कुल डाटा -
0-20 साल - 9 प्रतिशत
21-40 साल - 41 प्रतिशत
41-60 साल - 33 प्रतिशत
60 साल से ऊपर - 17 प्रतिशत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारत में अब तक इस बीमारी से अब तक भारत में 68 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में भारत में 601 कोरोना से संक्रमित मरीज पाए गए हैं और 12 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने आगे बताया कि तकरीबन 31 हजार डॉक्टर्स मरीजों की देखभाल में लगे हुए हैं. मंत्रालय ने बताया कि इंडिया के 17 राज्यों में तब्लीगी जमात के लोग पहुंचे हैं. तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान, आसाम, कर्नाटक, हरियाणा, जम्मू एंड कश्मीर आदि जगहों पर गए हैं. केंद्रीय मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक कुल तब्लीगियों से जुड़े 1023 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं. यह आंकड़ा 23 प्रतिशत है. जो हिंदुस्तान के 17 अलग-अलग राज्यों में उपस्थित हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि मंत्रालय लगातार नजर बनाये हुए है. लॉक डाउन को सख्ती के साथ लागू करने के लिए राज्य सरकार से बात की गई है. इसे सख्ती के साथ लागू करने से कोरोना के चेन को तोड़ा जा सकता है. उन्होंने आगे बताया कि तब्लीगी जमात से जुड़े 22 हजार वर्करों को क्वारंटाइन किया गया है. जिन्हें देश के विभिन्न राज्यों में रखा गया है.