इलाज के दौरान कैदी की मौत, परिजनों ने जेल प्रशासन पर पिटाई का लगाया आरोप

इलाज के दौरान कैदी की मौत, परिजनों ने जेल प्रशासन पर पिटाई का लगाया आरोप

BHAGALPUR: भागलपुर सेंट्रल जेल में बंद एक कैदी की पिटाई इस कदर की गयी की इलाज के दौरान आज अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने जेल प्रशासन पर पिटाई किए जाने का आरोप लगाया है। मृतक के शरीर पर कई जख्म और चोट के निशान भी पाए गये है। 


परिजनों का कहना है कि शराब पीने के जुर्म में रविवार को उसे गिरफ्तार किया गया और सोमवार को जेल भेज दिया गया। जहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गयी सोमवार को ही उसे भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान हाथ में हथकड़ी लगी हुई थी। अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गयी।    


मृतक की पहचान नवगछिया के खरीक थाना क्षेत्र स्थित खरीक बाजार निवासी उपेंद्र चौधरी का पुत्र मनोज चौधरी के रूप में की गयी है। घटना के संबंध में परिजनों का कहना है कि मनोज चौधरी को खरीक थाना पुलिस ने रविवार की देर रात शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया था और सोमवार को उसे न्यायिक हिरासत में भागलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया।


परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि भागलपुर सेंट्रल जेल में पुलिसवालों ने मनोज चौधरी की बेरहमी से पिटाई कर दी। उसे इस कदर पीटा की उसी रात भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। मनोज के शरीर पर मिले जख्म को देखकर ही यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसकी जेल के अंदर किस तरह से पीटा गया था। 


हाथों में हथकड़ी लगे मनोज का पुलिस अभिरक्षा में भागलपुर के मायागंज अस्पताल में चार दिनों तक इलाज चला लेकिन शनिवार की सुबह उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। परिजनों को घटना की सूचना दी गयी। जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो देखा की पुलिस अभिरक्षा में मनोज का इलाज  किया जा रहा था लेकिन मनोज से परिजनों को मिलने नहीं दिया गया और आज सुबह इलाज के दौरान मनोज चौधरी की मौत हो गयी।


 मृतक के शरीर पर मिले कई जगहों पर जख्म और चोट का निशान से गुस्साएं परिजनों ने जेल प्रशासन पर पिटाई करने और मनोज चौधरी की हत्या करने का आरोप लगाया। इस घटना से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन इस मामले की जांच किए जाने की मांग कर रहे हैं। 


मृतक के ममेरे भाई सुनील चौधरी ने बताया कि मृतक मनोज चौधरी को एक बेटी और दो बेटा है। उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। अब बच्चों की परवरिश कैसे होगी इस बात को लेकर परिवारवाले खासे परेशान हैं। वही आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की हैं।