PATNA: पटना से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। बिहार सरकार ने आईएएस संजीव हंस पर कार्रवाई की है। IAS संजीव हंस को बिजली विभाग के अतिरिक्त प्रभार से हटाया गया है। वही अगले आदेश तक 1993 बैच के आईएएस संदीप पौण्डरीक को ऊर्जा विभाग का अपर मुख्य सचिव और अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, बिहार स्टेट पॉवर (हॉल्डिंग) कंपनी लिमिटेड, पटना के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।
बता दें कि रेप और अवैध संपत्ति अर्जित करने के आरोपी IAS अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय यानि ED लगातार कार्रवाई तेज करती जा रही है। ईडी की टीम ने 31 जुलाई को संजीव हंस के चाटर्ड अकाउटेंट समेत दूसरे करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। संजीव हंस के साले और पीए के घर पर छापेमारी में कई अहम दस्तावेज मिले थे। जिससे संजीव हंस के कारनामों का खुलासा हुआ है। बड़ी खबर यह भी आ रही है कि ईडी ने पूछताछ के लिए संजीव हंस को समन भेजा है। कभी भी संजीव हंस की गिरफ्तारी हो सकती है।
इधर ईडी की कार्रवाई के अगले दिन ही बिहार सरकार ने कार्रवाई करते हुए 1997 बैच के आईएएस संजीव हंस के हाथ से ऊर्जा विभाग की कमान छिन ली है। ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस बिहार स्टेट पावर (हॉल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में थे। प्रशासनिक दृष्टिकोण स उनके द्वारा धारित पद औ अतिरिक्त प्रभार के दायित्व से मुक्त किया गया है। आईएएस संजीव हंस को सामान्य प्रशासन विभाग, पटना में योगदान करने को कहा है।
मिली जानकारी के अनुसार संजीव हंस के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिल चुके हैं। अब तक करीब दो दर्जन लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। संजीव हंस के दो करीबियों ने ईडी का गवाह बनना स्वीकार कर लिया है। इसे ईडी के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। अब इसी सप्ताह ईडी संजीव हंस के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। संजीव हंस को पूछताछ के लिए बुलाने की भी तैयारी चल रही है।