PATNA : हैदराबाद एनकाउंटर मामले में बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी बंटी हुई दिख रही है। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के विचार ही इस मुद्दे पर अलग-अलग दिख रहे हैं। कोई सहीं तो कई इसे गलत बता रहा है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पार्टी भी हैदराबाद एनकाउंटर को सहीं नहीं बता रही है।
बिहार की पूर्व सीएम और आरजेडी की वरिष्ठ नेता राबड़ी देवी ने हैदराबाद एनकाउंटर मामले पर उत्साहित होते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से अपराध को रोकने में मदद मिलेगी तो वहीं पार्टी उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह इससे इत्तफाक नहीं रखते उनका कहना है कि हैदराबाद पुलिस के इस कदम को कहीं से जायज नहीं ठहराया जा सकता।
पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने ट्वीट करते हुए कहा कि हैदराबाद में जो हुआ, वह अपराधियों के खिलाफ एक निवारक के तौर पर काम करेगा। हम इसका स्वागत करते हैं। वहीं राबड़ी देवी ने बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं पर नीतीश सरकार को आड़े हाथ लिया।उन्होनें कहा कि यहां की राज्य सरकार बेपरवाह है और कुछ नहीं कर रही है।
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुजफ्फरपुर में कहा, कि यह सही नहीं है, देश पर कानून द्वारा शासन किया जाना चाहिए, ना कि भावनाओं द्वारा। उन्होनें कहा कि यह सच है कि सब जगह महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी है और इस वजह से लोगों में गुस्सा भी है। लेकिन, हैदराबाद घटना पर पुलिस के कदम को जायज नहीं ठहराया जा सकता है, जो कई संदेहों को जन्म देता है।
वहीं अगर आरजेडी के ऑफिशियल वेबसाइट की बात करें तो वहां कड़े शब्दों में हैदराबाद एनकाउंटर की निंदा की गयी है। ट्वीट कर लिखा गया है कि अगर पुलिस का काम अभियुक्तों के खिलाफ watertight case बनाने या foolproof जांच करने के बजाय बिना आरोप सिद्ध किए गोली ही मारना है तो पुलिस की कोई ज़रूरत ही नहीं है! सभी नागरिकों को बन्दूक थमा दी जाए, जिसे जो जब जहां जिस कांड में अभियुक्त मालूम पड़े, उसे वहीं गोली मार "न्याय" कर दे!