BIHAR CRIME: सासाराम में युवक की गोली मारकर हत्या, इलाके में मचा हड़कंप ISM पटना ने स्थापना सप्ताह का भव्य समापन किया, छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार को मिला मंच मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुर्का पहना कर शादी की कोशिश, हिंदूवादी संगठनों के हंगामे के बाद जांच में जुटी पुलिस बालोपासना दिवस 2025: कोइलवर में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने दौड़ व कबड्डी प्रतियोगिता का किया आयोजन जुकाम की दवा सिगरेट: इलाज कराने आए मासूम को डॉक्टर ने कराया स्मोकिंग, बच्चे की सेहत से किया खिलवाड़ Train Accident : चलती ट्रेन में चढ़ना पड़ा भारी, झाझा स्टेशन पर बाल-बाल बचे दो यात्री बिहार चुनाव से पहले बड़ा सर्वे: तेजस्वी यादव CM पद के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार, प्रशांत किशोर ने नीतीश को पछाड़ा Life Style: धूप से आते ही गर्मी में ठंडा पानी पीना पड़ सकता है भारी, जानें सेहत को कैसे पहुंचा सकता है नुकसान? रद्द की गई 14009/10 बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार एक्सप्रेस अब 24 अप्रैल तक फिर से चलेगी यात्रीगण कृपया ध्यान दें: संपूर्ण क्रांति क्लोन स्पेशल सहित 03 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार
12-Mar-2020 02:27 PM
MUZAFFARPUR : कोरोना का भय इस प्रकार से बढ़ता जा रहा है कि कुछ लोगों को इससे परेशानी भी उठानी पड़ रही है. एक अजीबोगरीब मामला मुजफ्फरपुर से सामने आया है. जहां होली मनाने हरियाणा से अपने ससुराल पहुंचे एक शख्स को पुलिसवालों ने कोरोना के शक में अस्पताल ले जाकर भर्ती करा दिया. युवक और उसकी पत्नी का ब्लेड सैंपल एसकेएमसीएच में लिया गया.
मामला मुजफ्फरपुर के बंदरा प्रखंड इलाके का है. जहां होली मनाने ससुराल पहुंचे युवक के कोरोना से ग्रसित होने के शक में गांववालों ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. ग्रामीणों ने कहा कि पहले इलाज कराओ, फिर पर्व के उत्साह में शामिल होना. युवक बड़े उत्साह से एक वर्ष बाद होली मनाने हरियाणा से पत्नी के साथ ससुराल पहुंचा था. ग्रामीणों की सूचना पर बीडीओ अलख निरंजन और पीयर थाने की पुलिस ने इसकी जानकारी एसकेएमसीएच प्रशासन को देते हुए वहां से एंबुलेंस मंगवाई. एंबुलेंस के आने पर भी युवक एसकेएमसीएच जाने के लिए तैयार नहीं हुआ तो ग्रामीणों के दबाव पर उसे पुलिस ने जांच को एसकेएमसीएच भेजा.
औषधि विभाग के सहायक प्राध्यापक कोरोना वायरस के नोडल पदाधिकारी डॉ. अमित कुमार के नेतृत्व में वायरोलॉजी लैब के तकनीशियन ने दंपती की जांच को ब्लड सैंपल लिया. इसके साथ ही उनसे पूरी जानकारी ली. उसने बताया कि डेढ़ माह से खांसी से परेशान है. जब-तब बुखार एवं हल्की सर्दी रहती है. दवा लेने पर आराम हो गया था. गांव लौटने के दौरान दवा नहीं लेने पर यह परेशानी बढ़ गई. इस कारण ग्रामीणों ने कोरोना वायरस से ग्रसित होने के संदेह में गांव से इलाज को भेज दिया. चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है.