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Haryana Election Result: यादवों के गढ़ में हार गये लालू-राबड़ी के दामाद चिरंजीव राव, डिप्टी सीएम का दांव और लालू का मंत्र काम नहीं आया

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 08 Oct 2024 06:07:26 PM IST

Haryana Election Result: यादवों के गढ़ में हार गये लालू-राबड़ी के दामाद चिरंजीव राव, डिप्टी सीएम का दांव और लालू का मंत्र काम नहीं आया

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DESK:  हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम आखिरी दौर में है. राज्य में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनना फाइनल हो गया है. लेकिन चुनाव परिणाम से कई दिलचस्प तथ्य सामने आ रहे हैं. बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के दामाद चिरंजीव राव हरिय़ाणा विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हार गये हैं. कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे चिरंजीव राव के लिए लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार ने पूरी ताकत झोंक दी थी. उन्हें कांग्रेस की सरकार बनने पर डिप्टी सीएम बनाने का भी दावा किया जा रहा था. फिर भी जीत हासिल नहीं हुई.


रेवाड़ी से सीट गंवा बैठे चिरंजीव

लालू-राबड़ी के दामाद चिरंजीव राव हरियाणा की रेवाड़ी सीट से कांग्रेस पार्टी के सीटिंग विधायक थे. 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में चिरंजीव राव ने बीजेपी के सुनील कुमार को हरा कर जीत हासिल की थी. इस चुनाव में भी कांग्रेस ने उन्हें मैदान में उतारा था. लेकिन चिरंजीव राव अपनी सीटिंग सीट गंवा बैठे. खास बात ये भी है रेवाड़ी हरिय़ाणा के अहीरवाल क्षेत्र यानि यादवों के गढ़ की राजधानी मानी जाती है. वहीं, चिरंजीव राव को हार मिली है. 


चिरंजीव राव को बीजेपी के लक्ष्मण सिंह यादव ने करारी शिकस्त दी है. लक्ष्मण सिंह यादव को 83 हजार 747 वोट मिले हैं. वहीं, चिरंजीव राव को 54 हजार 978 वोट ही हासिल हुए. लिहाजा लालू-राबडी के दामाद 28 हजार 769 वोटों से चुनाव हार गये हैं. चुनाव आयोग ने चिरंजीव राव की हार का एलान कर दिया है.


कांग्रेस के अभेद किले में हारे

चिरंजीव राव जिस रेवाड़ी सीट से चुनाव हारे हैं, वह कांग्रेस के अभेद किला माना जाता रहा है. यह सीट 1967 से लेकर अब तक कांग्रेस का गढ़ रहा है. इसी सीट से चिरंजीव राव के पिता और हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव 1991 से 2009 के बीच लगातार पांच बार विधायक रहे. 2019 के चुनाव में कैप्टन अजय यादव के बेटे और लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव 43,870 वोट लेकर चुनाव में विजयी रहे थे. बीजेपी इस सीट पर सिर्फ एक बार 2014 में जीत हासिल कर पाई थी.


लालू परिवार का साथ काम नहीं आया

अपने दामाद को जीत दिलाने के लिए लालू-राबड़ी परिवार ने पूरी ताकत झोंक दी थी. लालू प्रसाद यादव ने चुनाव के दौरान चिरंजीव राव के लिए वीडियो जारी कर जनता से वोट देने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि मुझे पूरा भरोसा है कि चिरंजीव राव जीतकर फिर से विधानसभा पहुंचेंगे और अहिरवाल क्षेत्र के लोगों को उनका हक दिलाएंगे. लालू ने अपने वीडियो में कहा था कि चिरंजीव राव हरियाणा में बनने जा रही कांग्रेस पार्टी की सरकार में अपनी बड़ी भूमिका निभायेंगे.


चिरंजीव राव के लिए प्रचार लालू-राबड़ी के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव भी रेवाडी पहुंचे थे. चुनाव के दौरान चिरंजीव राव ने भी कहा था कि उन्हें अपने ससुर लालू प्रसाद यादव से जीत का मंत्र मिला है. उस मंत्र के सहारे वे जीत हासिल करेंगे. चुनाव प्रचार के दौरान चिरंजीव राव के साथ साथ लालू फैमिली की ओर से भी ये प्रचारित किया जाता रहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनी तो चिरंजीव को डिप्टी सीएम बनाया जायेगा. लेकिन वोटरों पर इन तमाम बातों का कोई असर नहीं पड़ा. 


अहीरवाल क्षेत्र में हारे चिरंजीव

चिरंजीव राव जिस रेवाड़ी सीट से चुनाव हारे हैं, वह हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में पडता है. रियासतों के दौर में अहीरवाल क्षेत्र पर यादव जाति के राजा हुआ करते थे. इस क्षेत्र की राजधानी रेवाड़ी हुआ करती थी. अहीर यानि यादवों के गढ़ माने जाने वाले इसी क्षेत्र से लालू-राबड़ी के दामाद चुनाव हार गये हैं.