'हम नहीं सुधरेंगे' की तर्ज पर बिहार में काम कर रहे शराब तस्कर, पार्सल वैन और बोलेरो में बने तहखाने से शराब की बड़ी खेप बरामद

'हम नहीं सुधरेंगे' की तर्ज पर बिहार में काम कर रहे शराब तस्कर, पार्सल वैन और बोलेरो में बने तहखाने से शराब की बड़ी खेप बरामद

SARAN: बिहार में 7 साल से पूर्ण शराबबंदी लागू है। बिहार में शराब पीना और बेचना दोनों मना है। लेकिन इसके बावजूद ना तो शराब पीने और ना ही शराब बेचने वाले अपनी हरकतों से बाज आ रहे हैं। शराब के अवैध धंधेबाज इसकी तस्करी के लिए नये नये हथकंडे अपना रहे हैं। कभी शराब तरबूज, टमाटर, आम और लीची में छिपाकर बिहार लाते है तो कभी एम्बुलेंस और ताबूत में छिपाकर यहां लाते हैं। पिछले दिनों तो कब्रिस्तान को ही शराब का गोदाम बना दिया था। कई बार तो वाहनों में तहखाना बनाकर शराब लाते पकड़े गये थे। आज फिर वाहनों में तहखाना बनाकर शराब लाते छपरा में तस्कर पकड़े गये हैं। इस बार डाक सेवा वाली गाड़ी और बोलेरो में तहखाना बनाया गया है। जिसमें से शराब की बड़ी खेप छपरा में बरामद की गयी है। 


शराब तस्कर आए दिन तस्करी के नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं लेकिन पुलिस भी तू-तू डाल-डाल तो मैं पात-पात की तर्ज पर कार्रवाई कर रही है। उत्पाद विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर एक बार फिर कार्रवाई की है। सारण जिला उत्पाद विभाग की टीम ने शराब की खेप लेकर आई दो गाड़ियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। 


शराब की बड़ी खेप के साथ तीन शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। पहली सफलता पुलिस को उत्तरप्रदेश-बिहार की सीमा पर मिली है। जहां सारण जिला के मांझी चेकपोस्ट पर एक डाक पार्सल लिखी पिकअप कंटेनर में गुप्त चैम्बर बनाकर शराब के कार्टून को भरा गया था। जिसे हैंड होल्ड स्कैनर की मदद से पुलिस ने पकड़ा है। 


वही एक बोलेरो गाड़ी की छत को ही बॉक्स में तब्दील कर उसमे अंग्रेज़ी शराब के टेट्रा पैक को छिपाकर लाया गया था। छपरा बाईपास फोरलेन से जा रही बोलेरो को पुलिस ने पकड़ लिया। उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि जब्त शराब की काउंटिंग के बाद ही शराब की सही कीमतों का पता चल पाएगा। फिलहाल जब्त शराब की कीमत लाखो में आंकी जा रही है। पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से शराब तस्करों के बीच खलबली मची हुई है। 

छपरा से रमिन्द्र कुमार सिंह की रिपोर्ट..