हड़ताली नियोजित और माध्यमिक शिक्षक नहीं खेल रहे होली, दुखी शिक्षा मंत्री भी नहीं मना रहे पर्व

हड़ताली नियोजित और माध्यमिक शिक्षक नहीं खेल रहे होली, दुखी शिक्षा मंत्री भी नहीं मना रहे पर्व

PATNA : बिहार में होली का रंग फीका पड़ गया है। राज्य के करीब पौने चार लाख प्रारंभिक शिक्षकों के साथ ही 40 हजार माध्यमिक शिक्षक रंगों का मशहूर पर्व होली नहीं मना रहे हैं। दरअसल नियोजित शिक्षक समान काम समान वेतन और समान सेवाशर्त की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं। हड़ताली शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने से उनकी होली फीकी पड़ गयी है। सभी शिक्षकों ने होली नहीं मनाने का एलान कर रखा है। वहीं सूबे के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा भी शिक्षकों की होली नहीं मनाने से खुद को दुखी बता होली नहीं खेल रहे हैं।


हड़ताली नियोजित शिक्षकों ने तो पहले से ही होली नहीं मनाने का एलान कर रखा था। रविवार को  बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ  ने भी एलान कर दिया था कि वे होली नहीं मनाएंगे। संघ के अध्यक्ष केदार पांडेय और सचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने एलान किया है कि सरकार की नीतियों के खिलाफ शिक्षक होली नहीं मनाएंगे। उन्होनें कहा कि होली के दिन शिक्षक धरना स्थहित कर अपने-अपने   क्षेत्रीय विधायकों, सांसदों, मंत्री आदि के आवास का घेराव करेंगे तथा अपनी मांगों का ज्ञापन देंगे।


इधर शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने अबकी होली नहीं मनाने का फैसला किया है। उन्होंने यह फैसला हड़ताल पर चल रहे राज्य के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के होली नहीं मनाने की घोषणा के मद्देनजर किया है। रविवार को बताया कि शिक्षक हमारे विभागीय परिवार के अभिन्न हिस्सा हैं। जब वे होली नहीं मना रहे तो मैं कैसे यह पर्व मना सकता हूं। वर्मा ने कहा कि वे एकबार फिर शिक्षकों से अपील कर रहे हैं कि वे हड़ताल तोड़कर काम पर लौटें।


वहीं अजीब इत्तेफाक है कि शिक्षकों की फीकी पड़ी होली के बीच सूबे सीएम नीतीश कुमार की होली भी कैंसिल हो गयी है। इस बार सीएम होली नहीं खेल रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस को लेकर जारी एडवायजरी की वजह से सीएम आवास पर होली नहीं होगी। वहीं सीएम के सार्वजनिक कार्यक्रम पहले से ही रद्द हैं।