PATNA : रेल यात्रियों के यह काफी अच्छी और काम की खबर है। अब उन्हें त्योहारों पर ट्रेन में बर्थ के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसको लेकर रेलवे ने नई पहली की है। जिसके बाद इस समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकता है। यात्रियों की सहूलयित के लिए रेलवे नया प्रयोग करने जा रहा है। त्योहारों और भीड़भाड़ के समय सर्किट (सर्कुलर) ट्रेनें चलाने की तैयारी है।
दरअसल, समय सर्किट (सर्कुलर) ट्रेनें सफर शुरू करने के बाद महत्वपूर्ण स्टेशनों का चक्कर लगाते हुए वापस आएंगी। इससे ज्यादा से ज्यादा शहर और यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी। सर्कुलर रूट के लिए साप्ताहिक स्पेशल ट्रेनों को मुफीद माना जा रहा है। आप रेलवे के इस बात को ऐसे समझे कि अभी यदि पटना से दिल्ली के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जाती है, तो वह दिल्ली से वापस पटना आती है। लेकिन सर्किट ट्रेन का रूट ऐसा निर्धारित किया जाएगा कि दिल्ली पहुंचने के बाद वहां से आसपास कुछ और शहर होते हुए वापस पटना लौटेगी। इससे एक ही ट्रेन अधिकतम महत्वपूर्ण स्टेशनों तक पहुंच जाएगी और ज्यादा यात्रियों को लाभ मिलेगा।
दरअसल, सीमित रैक होने से हर स्टेशन के लिए स्पेशल ट्रेन चलाना संभव नहीं है। ऐसे में यात्रियों को लिंक ट्रेन का सहारा लेना पड़ता है। इससे पैसे के साथ ही समय की भी बर्बादी होती है। सर्किट ट्रेन के संचालन से इस तरह की समस्या नहीं होगी। फिलहाल गोरखपुर मुख्यालय ने छह स्पेशल ट्रेनों को स्थाई रूप से टाइम टेबल में शामिल करने की कवायद शुरू हो गई है। इन ट्रेनों की टाइमिंग और तिथि निर्धारित कर दी गई है।
गोरखपुर से पांच स्पेशल ट्रेनों को मंजूरी दी गई है। इसमें गोरखपुर से बांद्रा, छपरा से पनवेल, गोरखपुर से दिल्ली, गोरखपुर से अमृतसर और छपरा-आनंद विहार शामिल हैं। इस व्यवस्था से हर बार स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए अलग-अलग रेलवे की अनुमति लेने की जरूरत नही होगी। पूर्व निर्धारित समय और तारीख के अनुसार स्पेशल ट्रेनें चलाई जा सकेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे ने पिछले साल 19 त्योहार स्पेशल ट्रेनें चलाईं थीं। इन ट्रेनों ने दशहरा-दीपावली और छठ पर कुल 532 फेरे लगाए थे। इस बार दशहरा से छठ तक 20 से 22 जोड़ी ट्रेन चलाए जाने की तैयारी है।