गोवा के CM के खिलाफ पटना में केस दर्ज, बिहारियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी किये जाने का है मामला

गोवा के CM के खिलाफ पटना में केस दर्ज, बिहारियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी किये जाने का है मामला

PATNA: बिहारियों के ऊपर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जो विवादित बयान दिया है उस पर बवाल मचा हुआ है। कई राजनैतिक दल गोवा के सीएम के इस बयान का विरोध कर रहे हैं। जेडीयू, आरजेडी और जन अधिकार पार्टी बिहारियों के बारे में की गयी टिप्पणी को गलत ठहरा रहे हैं। अब जेडीयू नेता मनीष सिंह ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ पटना में केस दर्ज कराया है। बिहारियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी किये जाने के मामले में यह केस दर्ज हुआ है। जेडीयू नेता मनीष सिंह ने गोवा के सीएम को बिहारियों से बिहार आकर माफी मांगने को कहा।


जेडीयू नेता मनीष सिंह ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ पटना मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पटना सदर के समक्ष मुकदमा दर्ज कराया है। जेडीयू नेता ने कहा कि गोवा के सीएम कह रहे हैं गोवा में 90 फीसदी अपराध के जिम्मेदार बिहारी और बिहार के मजदूर हैं। गोवा के सीएम को यह बात समझना होगा कि बिहार और बिहार के लोग अपनी मेधा के बल पर पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाए हैं। बिहार सबसे ज्यादा आईएएस, आईपीएस और आईआईटीयन पैदा करने वाला राज्य है। 


बिहारियों के प्रति इस तरह की अपमान जनक भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। जेडीयू नेता ने कहा कि उन्होंने कोर्ट से गोवा के सीएम पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही कहा कि लोगों को आपस में लड़ाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। उन्होंने गोवा के सीएम को माफी मांगने को कहा है नहीं तो बिहार आकर उन्हें कोर्ट में जवाब देना होगा।    


दरअसल गोवा में बढ़ रहे अपराधों को लेकर वहां के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अजीबो-गरीब बयान दिया कहा कि 90 फीसदी अपराध यूपी और बिहार के प्रवासी मजदूर करते हैं। गोवा के मुख्यमंत्री के इस टिप्पणी को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने गलत बताया। कहा कि कम से कम मुख्यमंत्री को ऐसा नहीं बोलना चाहिए। यह बिहार और बिहारियों का घोर अपमान हैं।


गोवा के सीएम के विवादित बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्विटर के जरिए जबाव दिया। कहा कि 'केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल जी के बाद अब गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शर्मनाक बयान देकर बिहार और बिहारियों का घोर अपमान किया है। भाजपा और भाजपाई नेताओं को बिहार और बिहारियों से नफरत क्यों है? केंद्र की बीजेपी सरकार बिहार के सभी हकों, वाजिब माँगों व अधिकारों को लेकर सदा नकारात्मक और उदासीन क्यों रहती है?'