Bihar News: बिहार में यहां 17KM लंबी रिंग रोड का निर्माण, मुजफ्फपुर-हाजीपुर NH को किया जाएगा दरभंगा हाईवे से कनेक्ट Bihar Politics: NDA में महाभारत! JDU ने चिराग को दिया करारा जवाब, "अभिमन्यु बनना आसान है...पर सीखने के लिए अर्जुन बनना पड़ता है, वरना.." Bihar Land Mutation: अब जमीन का नक्शा भी होगा म्यूटेशन में शामिल, सरकार शुरू करने जा रही नई योजना Bihar News: पटना-बक्सर-भागलपुर में खतरे के निशान पर गंगा, जलस्तर में लगातार वृद्धि चिंता का विषय Bihar Rain Alert: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का प्रकोप, कई दिनों तक बिगड़ा रहेगा पटना का मौसम Bihar News: लखीसराय में महायज्ञ के बीच गोलीबारी, 2 युवक बने शिकार शराबबंदी वाले बिहार में नशे में धुत शिक्षक ने स्कूल में मचाया हंगामा, वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तारी गाड़ी लगाने के विवाद में हत्या: एक ही परिवार के 4 लोगों को उम्रकैद, कोर्ट का सख्त फैसला BIHAR: पटना में रंगदारी नहीं देने पर मिस्त्री को मारी गोली, CCTV में कैद हुई तस्वीर पटना एम्स निदेशक पर गिरफ्तारी की तलवार, कैट ने जारी किया जमानती वारंट
1st Bihar Published by: Updated Sun, 29 Mar 2020 09:17:57 PM IST
- फ़ोटो
GAYA : कोरोना से दुनियाभर में कई लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बिहार के गया से एक बुरी खबर सामने आई है. जहां डॉक्टरों की करतूत ने प्रशासन की नींद हराम कर दी. कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए जहां एक ओर पीएम ने देश में लॉक डाउन की घोषणा कर रखी है. वहीं, दूसरी ओर बिहार से हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं.
घटना गया जिले के इमामगंज थाना इलाके की है. जहां इमामगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की घोर लापरवाही सामने सामने आई है. बताया जा रहा है कि कई जगहों से भारी संख्या में लोग इमामगंज पहुंचे हैं. जहां के स्वास्थ्य केन्द्र पर पर उनकी जांच कराई जा रही है. लेकिन यह जांच नहीं बल्कि एक मजाक है. यह महज एक खानापूर्ति है. जिससे बीमारी रोके की नहीं, बल्कि फैलाने की कोशिश की जा रही है.
गया में डॉक्टर की दिखी बड़ी लापरवाही
— FirstBiharJharkhand (@firstbiharnews) March 29, 2020
कोरोना की जांच में दिखी बड़ी लापरवाही
थानाध्यक्ष पंकज कुमार हुए आगबबूला
गया जिले के इमामगंज पीएचसी का मामला pic.twitter.com/nCTlpkK1sp
दरअसल, इमामगंज थानाध्यक्ष पंकज कुमार जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, तो उनकी नींद ही उड़ गई. वहां की स्थिति को देखकर, वे हैरान हो गए. वहां जैसे ही फोर्थ ग्रेड कर्मचारियों ने एक व्यक्ति को थर्मामीटर लगाया, थानाध्यक्ष आगबबूला हो गए. उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने कहा कि थर्मामीटर को सेनेटाइज नहीं किया जा रहा है. बिना साफ़ किये एक व्यक्ति से निकाल कर दूसरे व्यक्ति में लगाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस प्रकार कोरोना भागेगा क्या ? मेडिकल प्रभारी और हेल्थ मैनेजर गायब हैं. इस तरीके से तो कोरोना को रोका नहीं बल्कि और फैलाया जा रहा है.
घटना की शिकायत मिलते ही फौरन मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी भी पहुंचे. उन्होंने इस लापरवाही की सूचना तत्काल जिले के वरीय अधिकारियों को दी.