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गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान यूरिन नली काटने का मामला, नर्सिंग होम का मालिक गिरफ्तार, झोलाछाप डॉक्टर अब भी फरार

गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान यूरिन नली काटने का मामला, नर्सिंग होम का मालिक गिरफ्तार, झोलाछाप डॉक्टर अब भी फरार

17-Apr-2023 02:21 PM

By MANOJ KUMAR

MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर में झोलाछाप डॉक्टरों की करतूत आए दिन सामने आती रही है। पिछले दिनों भी एक झोलाछाप डॉक्टर ने पिंकी कुमारी नामक महिला के गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान मूत्र नली को काट दिया। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। महिला को इस हालत में छोड़कर डॉक्टर और नर्सिंग होम का मालिक दोनों फरार हो गया। लेकिन मामले की जांच में जुटी पुलिस ने नर्सिंग होम के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि झोला छाप डॉक्टर अभी भी फरार है। 


झोला छाप डॉक्टर की यह करतूत मुजफ्फरपुर के सकरा इलाके के बरियारपुर ओपी क्षेत्र का है। जहां एक झोलाछाप डॉक्टर ने प्राइवेट नर्सिंग होम में पिंकी कुमारी नामक महिला के गर्भाशय का ऑपरेशन किया और इस दौरान उसके मूत्र नली को काट दिया था। महिला की स्थिति बिगड़ने के बाद डॉक्टर और नर्सिंग होम का मालिक फरार हो गया था।


मामला मीडिया में आने के बाद हरकत में आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब जांच-पड़ताल की तो पाया कि निधि नर्सिंग होम ना तो रजिस्टर्ड है और ना ही उसमें काम करने वाले डॉक्टर ही रजिस्टर्ड हैं। कुल मिलाकर झोलाछाप डॉक्टरों की पूरी कहानी पर स्वास्थ्य विभाग ने मुहर लगा दी। पीड़िता के परिजनों ने थाने में मामला दर्ज कराया। जिसमें निजी नर्सिंग होम संचालक राकेश कुमार रोशन और एक झोलाछाप डॉक्टर को नामजद बनाया गया। 


जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नर्सिंग होम के मालिक राकेश को गिरफ्तार कर लिया। मामले पर पूछे जाने पर डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया कि कुछ दिन पहले एक महिला का ऑपरेशन किया गया था इस दौरान यूरिन नली काट दी गई थी। जिसके बाद महिला की हालत बिगड़ गयी थी। 


डीएसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी और नर्सिंग होम का मालिक राकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि जिसने ऑपरेशन किया था उस झोलाछाप डॉक्टर की गिरफ्तारी अभी नहीं हो पाई है। राकेश से पूछताछ की जा रही है। उसकी निशानदेही पर ही झोलाछाप डॉक्टर को दबोचा जाएगा। इस मामले में किसी को बख्सा नहीं जाएगा। पीड़िता को न्याय दिला कर रहेंगे। 


बता दें कि झोलाछाप डॉक्टरों की करतूत का शिकार पिंकी आज भी पटना के एक अस्पताल में इलाजरत है और उसके परिवार वाले भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि वह जल्द व स्वस्थ होकर घर लौट आए लेकिन इसी बीच निजी नर्सिंग होम के संचालक की गिरफ्तारी ने परिवार वालों को थोड़ी राहत दी है।


गौरतलब है कि सकरा इलाके में ही मुजफ्फरपुर का चर्चित किडनी कांड हुआ था। झोलाछाप डॉक्टर की करतूत के कारण आज पीड़िता सुनीता देवी जिन्दगी और मौत के बीच जुझ रही है। हालांकि अब उसे एक किडनी डोनर मिल गया है जिसने अपनी एक किडनी दान करने के बात कही है। 


मुजफ्फरपुर का चर्चित किडनी कांड का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि झोलाछाप डॉक्टर ने एक और महिला की जिन्दगी बर्बाद करके रख दी है। गर्भाशय का ऑपरेशन करने के बजाय झोलाछाप डॉक्टर ने महिला के यूरीन नली को काट दिया। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस तरह की घटनाएं बार-बार क्यों सामने आ रही है। 


क्या इन झोलाछाप डॉक्टरों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। शायद यही कारण है कि एक के बाद एक मामले बिहार में झोलाछाप डॉक्टरों से जुड़ा सामने आता है। जानकारी के अभाव में भोले भाले लोग इन दलालों के चंगुल में फंसकर अपनी जिन्दगी बर्बाद कर बैठते हैं। ऐसे झोला छाप डॉक्टरों और नर्सिंग होम के मालिकों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।