PATNA: महात्मा गांधी सेतु के दूसरे लेन का उद्घाटन आज हो गया है। केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहण मंत्री नितिन गडकरी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया। 1742 करोड़ रुपये की लागत से गांधी सेतु की जर्जर स्ट्रक्चर को तोड़ा गया और दूसरी लेन बनाया गया। दूसरी लेन का मंगलवार को उद्घाटन तो हो गया लेकिन अब इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गयी है।
राजद नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गांधी सेतु पुल के दूसरी लेन के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर सरकार पर हमला बोला है। दरअसल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को इस उद्घाटन कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं गया। जिसे लेकर तेजस्वी ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। अपने ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने लिखा कि "जिसने उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री रहते 18 महीने के अल्प कार्यकाल में 5 बार @nitin_gadkari जी से मिल गांधी सेतु के जीर्णोद्धार के लिए वास्तविक लड़ाई लड़ी उसे डबल इंजन सरकार की संकीर्ण सोच व राजनीति ने स्थानीय विधायक के नाते भी उद्घाटन कार्यक्रम में बुलाना जरूरी नहीं समझा।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को गांधी सेतु के उद्घाटन कार्यक्रम में बुलाए नहीं जाने से राजद ने भी सवाल उठाए है। राजेडी ने कहा कि तेजस्वी यादव का नाम उद्घाटन कार्यक्रम के विज्ञापन से भी हटा दिया गया। राजद का कहना है कि जब बिहार के मंत्रियों के नाम उसमें थे तब स्थानीय विधायक और नेता प्रतिपक्ष का नाम क्यों नहीं दिया गया। राजद का यह भी कहना है कि 9 अप्रैल 2016 को नितिन गडकरी से मिलकर तेजस्वी यादव ने जर्जर हुए गांधी सेतु को तोड़कर फिर से बनाने का अनुरोध किया था।
22 जून 2016 को महात्मा गांधी सेतु के पुनर्निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने 1742 करोड़ की योजना स्वीकृत की थी तब रविशंकर प्रसाद ने नितीन गडकरी से मिलकर इसका विरोध किया था लेकिन तेजस्वी यादव को दिए आश्वासन पर गडकरी कायम रहे और तेजस्वी के सरकार में रहते ही पुर्ननिर्माण कार्य फिर से शुरू हुआ।