PATNA: बिहार के वैशाली में गलवान शहीद के पिता के साथ पुलिसिया बर्बरता के मामले के तूल पकड़ने के बाद राज्य सरकार ने जांच का आदेश दिया है. इससे पहले बिहार विधानसभा में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पुलिस को सही करार दिया था. तेजस्वी ने कहा था कि कानून अपना काम कर रहा है. लेकिन कुछ ही देर बाद बिहार सरकार के साथ साथ पुलिस मुख्यालय ने भी मामले की जांच के आदेश जारी कर दिया.
सरकार ने जांच का आदेश जारी किया
सदन में तेजस्वी यादव के बयान के बाद राज्य सरकार की ओर से अलग से प्रेस रिलीज जारी की गयी. राज्य सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान में गलवान घाटी के शहीद स्व० जय किशोर सिंह के पिता श्री राजकपूर सिंह से संबंधित मामले पर सरकार गंभीर है और दोषियों पर कार्रवाई होगी. राज्य सरकार ने कहा है कि राज्य सरकार को गलवान घाटी के शहीद स्व० जय किशोर सिंह के पिता राजकपूर सिंह, गांव-कजरी बुजुर्ग, थाना- जन्दाहा, जिला - वैशाली को अतिक्रमण एवं अन्य मामले में जेल भेजे जाने के क्रम में कथित दुर्व्यवहार की जानकारी प्राप्त हुई है. सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच दल गठित कर अति शीघ्र जांच कार्य संपन्न करते हुए अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि जानकारी के अनुसार श्री हरिनाथ राम, पिता स्व० रामदेव राम, ग्राम - कजरी बुजुर्ग, थाना- जन्दाहा के द्वारा गलवान घाटी के शहीद जयकिशोर सिंह के पिता श्री राजकपूर सिंह पर वर्ष 2019 में तथा पुनः दिनांक 23.01.2023 में प्राथमिकी दर्ज की गई. कथित दुर्व्यवहार की घटना को लेकर सरकार पूरी तरह संवेदनशील है और पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी पहलुओं पर जाँच करने का निर्देश दिया है। इसमें अगर कोई पुलिस पदाधिकारी या कर्मी दोषी पाया जायेगा तो उस पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी.
बिहार पुलिस का भी जांच का एलान
उधर, बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से भी बयान जारी किया गया है. पुलिस मुख्यालय के प्रेस रिलीज में कहा गया है कि गलवान घाटी की घटना में शहीद सैनिक के पिता की गिरफ्तारी के क्रम में दुर्व्यवहार की खबरें कतिपय मीडिया चैनलों में प्रसारित / प्रकाशित होने पर पुलिस महानिदेशक, बिहार के द्वारा इसे गम्भीरता से लिया गया तथा अपराध अनुसंधान विभाग के अन्तर्गत कमजोर वर्ग प्रभाग के अपर पुलिस महानिदेशक को विशेष टीम गठित कर इसकी जाँच का निदेश दिया गया है.
पुलिस मुख्यालय के अनुसार कमजोर वर्ग का एक विशेष दल इस घटना के अनुसंधान, सभी बिन्दुओं तथा प्रकरण पर जाँच कर अपना प्रतिवेदन समर्पित करेगा. इस पूरे मामले में यदि कोई पुलिस पदाधिकारी अथवा कर्मी दोषी पाया जायेगा तो उसके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी.
जब तेजस्वी ने सदन में दी क्लीन चिट तो फिर जांच कैसी
बता दें कि इससे पहले ही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा में खडे होकर शहीद के पिता के साथ बर्बरता करने वाले पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट दे दी थी. प्रतिपक्ष के नेता कह रहे हैं कि शहीद के पिता को पुलिस ने अरेस्ट किया है. हम इतना जरूर कहेंगे कि ये महागठबंधन की सरकार आदरणीय नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चल रही है. कानून अपना काम कर रहा है. इसमें ना किसी को फंसाया जा रहा है और ना बचाया जा रहा है. तेजस्वी का कहना था कि शहीद का परिवार किसी दलित की जमीन पर स्मारक लगाना चाह रहा था इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई हुई.
हालांकि शहीद के पिता के साथ पुलिस की बर्बरता के मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फोन किया था. राजनाथ सिंह ने नीतीश कुमार से बातचीत में इस मामले में गहरी नाराजगी जतायी. उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कराने को कहा है. बिहार के मुख्यमंत्री ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया था.