शैतानी हरकतों से बाज नहीं आ रहे तब्लीगी जमाती, सहरसा में नर्सों का बनाया वीडियो, पुलिस पहुंची तो पढ़ने लगे नमाज

शैतानी हरकतों से बाज नहीं आ रहे तब्लीगी जमाती, सहरसा में नर्सों का बनाया वीडियो, पुलिस पहुंची तो पढ़ने लगे नमाज

SAHARSA : देश भर के लिए भारी मुसीबत बन चुके तब्लीगी जमात के लोगों की शैतानी हरकतें रूक नहीं रही है. तब्लीगी जमातियों ने अब सहरसा में गलत हरकतें की हैं. इसके बाद अस्पताल में भारी हंगामा हुआ.


नर्सों का बनाया वीडियो, करने लगे अश्लीलता

दरअसल सहरसा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में तब्लीगी जमात के तीन लोगों को कोरोना का संदिग्ध मरीज मान कर भर्ती कराया गया है. मंगलवार को जमातियों ने अपने मोबाइल से नर्सों का वीडियो बनाना शुरू कर दिया. एक नर्स ने ये देखा तो उसने वीडियो बनाने से रोकने की कोशिश की. उसके बाद जमाती हंगामा करने लगे.

मोबाइल जब्त करने पहुंची पुलिस को पढ़ने लगे नमाज 

जमातियों की हरकतों से तंग नर्सों ने इसकी शिकायत सदर अस्पताल के डिप्टी  सुपरिटेंडेंट से की. हालात बिगड़ते देख डीएस ने इसकी जानकारी एसपी को दी. आनन फानन में सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी पुलिस बल के साथ आइसोलेशन केंद्र पहुंचे. पुलिस ने हंगामे को शांत कर जमायतियों से मोबाइल जब्त करना चाहा. लेकिन पुलिस को आते देख सभी जमायती नमाज पढ़ने लगे. इसके बाद पुलिस वापस लौट गयी.


नर्सों ने कहा-यहां काम करना मुश्किल

सहरसा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में तैनात नर्सों का कहना है कि जमातियों के कारण यहां काम करना असंभव हो गया है. ड्यूटी के दौरान वे लगातार फब्तियां कसते हैं.  इसके अलावे खाने में मनपसंद भोजन की डिमांड करते हैं. आज तब हद हो गयी जब वे अपने मोबाइल से हमारा वीडियो बनाने लगे. हमलोगों ने वीडियो बनाने से मना किया तो वे अश्लीलता पर उतर आये. नर्सों ने बताया कि इसके बाद वे सभी आइसोलेशन वार्ड से बाहर निकल आयीं. 

घटना के बारे में सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरीटेंडेंट डा. आर मोहन ने बताया कि नर्स के वीडियो बनाने और हंगामे की जानकारी उन्हें मिली थी. इसके बाद उन्होंने सहरसा के एसपी से इसकी शिकायत की. पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और मोबाइल जब्त करने लगी. लेकिन तभी सभी नमाज पढ़ने लगे. डिप्टी सुपरिटेंडेंट ने बताया कि अस्पताल में अब सभी संदिग्ध मरीजों को बिना मोबाइल के ही भर्ती किया जाएगा.