ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार

अब मौसम के मुताबिक बिहार में होगी खेती, 4 एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी को दिया गया रिसर्च का जिम्मा, किसानों को होगा फायदा

1st Bihar Published by: 9 Updated Thu, 12 Sep 2019 04:50:12 PM IST

अब मौसम के मुताबिक बिहार में होगी खेती, 4 एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी को दिया गया रिसर्च का जिम्मा, किसानों को होगा फायदा

- फ़ोटो

PATNA: सूबे के किसानों को फायदा पहुंचाने के मकसद से नीतीश कुमार की सरकार ने कमर कस ली है. राज्य में जलवायु के मुताबिक खेती को बढ़ावा देने के मकसद से कृषि विभाग ने सीएम के सामने एक प्रजेंटेशन दिया. इस प्रजेंटेशन में राज्य में मौसम के मुताबिक खेती को बढ़ावा देने की बात कही गई है. प्रजेंटेंशन के दौरान सूबे में जलवायु के अनुकूल खेती को लेकर रिसर्च किए जाने का निर्देश सीएम ने अधिकारियों को दिया. इस दौरान चार एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी को मौसम के मुताबिक खेती को लेकर रिसर्च करने का जिम्मा सौंपा गया है. बैठक के दौरान कई जिलों में फसल चक्र पर काम करने का फैसला लिया गया. वहीं परंपरागत फसलों पर रिसर्च करने का भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया. बता दें कि इससे पहले भी कृषि विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ने किसानों को परंपरागत फसलों को छोड़ नगदी फसल की खेती करने को लेकर जागरुक करने का निर्देश दिया था. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा था कि परंपरागत फसलों से किसानों का भला होने वाला नहीं है. कारण है कि इन फसलों को कभी सुखाड़ तो कभी बाढ़ की समस्या से जूझना पड़ता है और इससे फसल काफी बर्बाद होती है.