PATNA: बिहार सरकार के विवादास्पद मंत्री अशोक चौधरी दुबई के दौरे पर हैं. उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को देखिये. अशोक चौधरी लोगों को बता रहे हैं कि वे एक इंटरनेशनल अवार्ड समारोह में भाग लेने दुबई पहुंचे हैं. मंत्री अशोक चौधरी बाजार ऐसा बना रहे हैं जैसे उन्हें कोई अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड मिल गया हो. जानिये इस तथाकथित अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह की हकीकत क्या है.
दिलचस्प बात ये भी है कि इस इवेंट के आयोजकों ने भी कार्यक्रम से पहले सार्वजनिक तौर पर कहीं इसका जिक्र भी नहीं किया था कि बिहार के मंत्री अशोक चौधरी इसमें मौजूद रहेंगे या अतिथि बने रहेंगे.एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी का कार्यक्रम बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा है “दुबई में आयोजित, प्रतिष्ठित Indo-Arab Leaders summit & Awards में सम्मिलित होने का सुअवसर मिला, जहां भारतीय संगीत एवं संस्कृति का दुनिया भर में प्रचार-प्रसार करने वाले प्रसिद्ध गायक भाई कुमार सानु जी को सम्मानित कर अपनी शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर पूर्व मंत्री, #UAE H.E डॉ. मोहम्मद एस. अल किंदी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश प्रभु एवं अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही.”
फर्स्ट बिहार ने दुबई के इस तथाकथित अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम इंडो-अरब लीडर्स समिट एंड अवार्ड्स की पड़ताल की. कार्यक्रम का नाम ऐसा है मानो भारत और अरब देशों के लीडर्स बैठकर बड़ी चर्चा करने वाले हों और वहां दिग्गजों को सम्मानित किया जाना हो. हमारी खोजबीन में पता चला कि दिल्ली की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने दुबई के एक होटल में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. ये पूरी तरह से एक इवेंट था, जिसमें गेस्ट भी चुन चुन कर बुलाये गये थे.
कार्यक्रम के कुछ घंटे पहले तक नॉमिनेशन मांग रहे थे आयोजक
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी के सोशल मीडिया पोस्ट पर इंडो-अरब लीडर्स समिट एंड अवार्ड्स का नाम सुनकर आपको लग रहा होगा कि इसमें बेहतरीन काम करने वाले लीडर्स को अवार्ड दिया गया होगा. हकीकत ये है कि इवेंट को आय़ोजित करने वाली कंपनी कार्यक्रम के कुछ घंटे पहले तक लोगों को मेल मैसेज भेज कर उन्हें कह रही थी कि हमारे कार्यक्रम में आकर अवार्ड ले जाइये. अवार्ड पाने के लिए कुछ खास शर्तों को पूरा करने का भी संदेश दिया जा रहा था. शर्त पूरा करिये और अवार्ड ले जाइये.
फर्स्ट बिहार की छानबीन में पता चला कि दुबई के कार्यक्रम के आयोजकों का एकमात्र काम जगह-जगह ऐसे ही इवेंट आय़ोजित करना है. इन आयोजकों ने अब तक लीडर्स अवार्ड, प्राइड अवार्ड जैसे कुछ कार्यक्रमों का आय़ोजन किया है. इसमें शामिल होने वाले गेस्ट औऱ अवार्ड पाने वाले भी उसी किस्म के रहे हैं.
इंटरनेशनल कार्यक्रम के गेस्ट कैसे-कैसे
इस इंडो-अरब लीडर्स समिट एंड अवार्ड्स में शामिल होने वाले मेहमानों की सूची भी मजेदार है. केंद्र सरकार में एक दौर में मंत्री रहे सुरेश प्रभु पिछले 6-7 सालों से राजनीति में हाशिये पर हैं. किसी पार्टी में उऩके लिए कोई जगह नहीं है. इस इंटरनेशनल कार्यक्रम के आय़ोजकों ने सुरेश प्रभु को अपने कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया था.
कार्यक्रम के दूसरे गेस्ट थे सिंगर कुमार शानू. कुमार शानू फिल्मी दुनिया से बाहर हो चुके हैं. छोटे स्टेज प्रोग्राम या ऐसे कार्यक्रमों में ही वे दिख जाते हैं. दुबई में रहने वाले एक भारतीय कारोबारी ने बताया कि कुमार शानू अक्सर दुबई के होटलों में आयोजित होने वाले छोटे कार्यक्रम में दिख जाते हैं.
मंत्री अशोक चौधरी का इंडो-अरब लीडर्स समिट एंड अवार्ड्स कार्यक्रम कितना बड़ा था, इसका अंदाजा इस बात से लगाइये कि इस कार्यक्रम में दुबई या किसी अरब देश का सांसद-विधायक की हैसियत वाला व्यक्ति भी मौजूद नहीं था. इस इंटरनेशनल कार्यक्रम में अरब देशों के नेता के तौर पर मोहम्मद एस. अल किंदी मौजूद थे. वे 18 साल पहले संयुक्त अरब अमीरात (.यूएई) सरकार में दो साल के लिए मंत्री रहे थे. उसके बाद उनके राजनीतिक सफर की कोई जानकारी नहीं है.
अशोक चौधरी का नाम नहीं
फर्स्ट बिहार ने इंडो-अरब लीडर्स समिट एंड अवार्ड्स कार्यक्रम के आयोजकों की पूरी पड़ताल की. कार्यक्रम के पहले तक उन्होंने कहीं ये प्रचारित नहीं किया कि बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी भी उनके इंटरनेशनल कार्यक्रम में शामिल होंगे. सोशल मीडिया पर तीन-चार दिन पहले का एक पोस्टर दिखा, जिसमें सुरेश प्रभु को कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बताया गया था. लेकिन अशोक चौधरी का नाम ना तो अतिथि के तौर पर प्रचारित किया गया और ना ही अवार्ड पाने वाले के तौर पर.
ऐसे इंटरनेशनल समारोह का जमकर प्रचार
दुबई के इंडो-अरब लीडर्स समिट एंड अवार्ड्स की पूरी पड़ताल के बाद जो कहानी सामने आयी, वह हमने आपको बतायी. लेकिन खास बात ये रही कि मंत्री अशोक चौधरी और उनके समर्थकों ने इसे ऐसे प्रचारित किया जैसे मंत्री जी को बड़ा इंटरनेशनल सम्मान मिल गया हो.