Bihar News: बिहार में साइबर अपराध पर बड़ी कार्रवाई, Mule Account गिरोह का भंडाफोड़; 7 गिरफ्तार बिहार चुनाव 2025 की पहली रैली में नीतीश कुमार बोले – अब बिहार में नहीं है डर, हर गांव तक पहुंचा विकास; लालू के समय होता था यह काम Bihar Election 2025: बिहार के चुनावी समर में मायावती की पार्टी, BSP ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट Bihar Election 2025: बिहार के चुनावी समर में मायावती की पार्टी, BSP ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट Bihar News: देश से विदेश तक साइबर ठगी का जाल, बिहार में NGO के खाते में आए करोड़ों रुपए; खुलासे से हड़कंप Bihar Politics : बिहार के डिप्टी सीएम की संपत्ति में बड़ा खुलासा, पत्नी निकली आगे; राइफल और रिवॉल्वर के भी शौकीन; जानिए पूरी डिटेल्स Bihar Election 2025: बिहार में नामांकन के दौरान दो पार्टियों के समर्थकों के बीच भिड़ंत, पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज Chhath Puja 2025: छठ पूजा में नाक से मांग तक सिंदूर क्यों लगाती हैं महिलाएं? जान लें क्या है इसका कारण Green Crackers: क्या है ग्रीन पटाखा, बाकी से क्यों है अधिक कीमत? जानें पूरी डिटेल FSSAI Act 2006 : “FSSAI ने ORS शब्द पर लगाया प्रतिबंध, केवल इन उत्पादों पर ही लगेगा यह टैग; जानिए वजह
1st Bihar Published by: Updated Mon, 30 Mar 2020 08:58:39 AM IST
- फ़ोटो
DESK : छठ पूजा के दूसरे दिन खरना के साथ 36 घंटे का व्रत शुरू हो गया. आज व्रती तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी. शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से भौतिक सुख, समृद्धि और संपदा प्राप्त होता है.
छठ पूजा को लेकर आम दिनों जो भीड़ फल मंडियों में होती थी वो आज कोरोना वायरस की वजह से बेहद कम दिखी. लोग पूजा के लिए आवश्यक सामग्री अपने आस पास के दुकानों से जुटाते दिखे. कहीं पर भीड़ इकठ्ठा न हो इसलिए पुलिस प्रशासन भी सड़कों पर और फल मंडी में मुस्तैद दिखा. लगातार माइकिंग कर लोगों को बेवजह भीड़ नहीं लगाने की अपील करते रहे. साथ ही खरीदारी के बाद घर वापस जाने की अपील की.
चैती छठ के चार दिवसयी अनुष्ठान के तीसरे दिन यानि आज संध्या अर्घ्य है.आज घरों में सुबह से ही काफी चहल पहल रहती है. घर के सभी लोग तैयारी में जुटे रहते है. पर इस बार ऐसा नहीं है. इस बार गंगा तट सुने है कोई भी गंगा तट पर अर्घ नहीं दे सकेगा. पवित्र नदी और सरोवर में स्नान कर भगवन भास्कर को अर्घ देने का विशेष महत्व है, पर लॉकडाउन की वजह से इस बार बहुत कम लोग इस पर्व को कर पा रहे है. जिन लोगों ने किया भी है वो अपने घर के छतों पर ही विशेष इंतजम करने में व्यस्त है.
छठ महापर्व में चार दिवसीय अनुष्ठान होता है. जिसके तीसरे दिन डूबते सूर्य को अघ्र्य प्रदान किया जाता है. भगवान सूर्य को अर्घ में मौसमी फल. आटे और सुध घी में बने हुए ठेकुआ को विशेष प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है. अगले दिन व्रती उगते सूर्य को अर्घ दे कर 36 घंटे के व्रत को पूरा करते है. देवताओ में सूर्य ऐसे देवता हैं जिनको हम प्रत्यक्ष देख सकते है. सूर्य के बिना पृथ्वी पर जीवन अकल्पनीय है. शाम को भगवान भास्कर को जल से अर्घ्य देने से मानसिक शांति और जीवन में उन्नति होती है.