Bihar Election 2025: PM मोदी ने बिहार चुनाव में की 14 जनसभाएं, देखिए अन्य नेताओं का रिकॉर्ड Bihar Weather: बिहार के तापमान में गिरावट जारी, इस दिन से देखने को मिलेगा ठंड का असली रूप Bihar Election 2025: आज से बंद होगा दूसरे चरण का चुनाव प्रचार, 20 जिलों की 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान Tejashwi Yadav Birthday: तेजस्वी प्रसाद यादव का आज 37वां जन्म दिवस, परिवार संग मनाया जश्न; कार्यकर्ताओं के बीच काटेंगे केक दिनारा में जय कुमार सिंह के समर्थन में पहुंचे अरविंद अकेला कल्लू और अनुपमा यादव, रोड शो में उमड़ी भारी भीड़ गयाजी में चुनावी सभा के दौरान सीएम नीतीश कुमार का मंच धंसा, सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते बचाया बाप के साथ पार्टी करने आए शख्स ने बेटी की इज्जत लूट ली, आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के घर पर कर दी चढ़ाई बेलागंज में इकरा हसन की चुनावी सभा: राजद प्रत्याशी डॉ. विश्वनाथ के लिए मांगा वोट, तेजस्वी यादव भी रहे मौजूद Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित
1st Bihar Published by: Updated Wed, 26 Aug 2020 08:16:57 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉ शकील अहमद की पार्टी में वापसी हो गई है. कांग्रेस पार्टी ने उनका निलंबन वापस ले लिया है. निलंबन रद्द करने को लेकर बिहार प्रभारी के नाम पत्र जारी कर दिया गया है.
डाॅ. अहमद के निलंबन वापसी से कांग्रेसजनों में खुशी की लहर है. निलंबन वापसी के बाद डॉ. शकील ने बताया कि निलंबन वापसी का पत्र मिला है. पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो रहा हूं. निलंबन वापसी के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का आभार प्रकट करते हैं. डॉ. अहमद ने बताया कि पार्टी से मिलने वाली जिम्मेवारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी से निर्वहन करूंगा। कहा कि वे कांग्रेस पार्टी में थे ही। पार्टी के निलंबन के सिद्धांत का पालन कर रहे थे.
डॉ. शकील अहमद ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मधुबनी लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था. कांग्रेस पार्टी ने इसे पार्टी विरोधी मानते हुए उन पर निलंबन की कार्रवाई की थी.

आपको बता दें कि पिछले साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के कारण पार्टी ने डॉ. अहमद को छह साल के लिए निलंबित कर दिया था. इनके साथ ही बेनीपट्टी की कांग्रेस विधायक भावना झा पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई थी. हालांकि, 18 अगस्त को विधायक भावना झा को भी निलंबन मुक्त कर दिया गया.