DESK: पिछले कई दिनों से ट्रेनों को निशाना बनाया जा रहा है। कभी ट्रेन में तोड़फोड़ की जाती है तो कभी ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की जाती है। बीते दिनों कानपुर में रेलवे ट्रैक पर LPG सिलेंडर रखा गया था। गनीमत थी कि कालिंदी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची थी।
जिसके बाद अजमेर में भी रेलवे ट्रैक पर सीमेंट का ब्लॉक रखा गया था। वहीं उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रख दिया गया था। लकड़ी का टुकड़ा इंजन में फंस गया जिसके कारण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में तकनीकी खराबी आ गई थी। अब नया मामला रामपुर में सामने आया है।
जहां बिलासपुर और रुद्रपुर सिटी के बीच दून एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गयी है। ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा पटरी पर रखा गया था। जिस पर नजर पड़ते ही ड्राइवर ने ब्रेक लगा दिया। जिसके बाद पटरी से पोल को हटाया गया। यदि समय रहते लोहे के पोल पर ड्राइवर की नजर नहीं जाती तब बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता था। असामाजिक तत्वों की इस करतूत से हर कोई हैरान है। आखिर ये लोग ट्रेनों को निशाना क्यों बना रहे हैं। ऐसा करते यह भी नहीं सोचते है कि उनकी इस हरकत से कितने पैसेजर्स की जान जा सकती है।
घटना 18 सितंबर की रात 10 बजकर 18 मिनट की है जब रेलवे लाइन पर लोहे का पोल रखा मिला। ट्रेन नंबर-12091 दून एक्सप्रेस के लोको पायलट की नजर रेलवे ट्रैक पर रखे 6 मीटर लंबा लोहे के पोल पर गई तो वो भी हैरान रह गये। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना रुद्रपुर सिटी के स्टेशन मास्टर को दी। सूचना देने के बाद ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया। करीब दो घंटे तक ट्रेन रूकी रही। जिसके बाद रेलवे की टीम मौके पर पहुंची तब जाकर लोहे के इस पोल को रेलवे ट्रैक से हटाया गया। रेलवे ट्रैक साफ होने के बाद ड्राइवर ने गाड़ी को आगे बढ़ाया।