MADHUBANI: स्वतंत्र पत्रकार और आरटीआई ऐक्टिविस्ट अविनाश झा की लाश मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया। दो दिनों से गायब अविनाश का शव एसएच-52 से बरामद किया गया है। परिजनों ने अपहरण के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि अविनाश लगातार अस्पताल माफिया के खिलाफ आवाज उठा रहा था। 9 नवम्बर से गायब अविनाश की लाश आज अधजले अवस्था में उड़ेण गांव में मिली।
बेनीपट्टी बाजार के लोहिया चौक से 9 नवंबर की रात से गायब बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश की लाश विगत शुक्रवार की रात बेनीपट्टी-बसैठ एसएच 52 के उड़ेण गांव के पीपल पेड़ के समीप से बरामद हुई। जले अवस्था में बोरा में बांधकर फेंका हुआ शव मिला। परिजनों ने अंगूठी व कपड़े के आधार पर शव की पहचान अविनाश के रुप में की।
पुलिस सूत्रों कि माने तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चार दिन पहले मौत होने की बात सामने आई है। बता दें कि मृतक के भाई ने थाने में विगत गुरुवार को बेनीपट्टी बाजार सहित क्षेत्र के 11 ज्ञात व अन्य अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम के संचालकों, डॉक्टरों व कर्मियों पर बुद्धिनाथ को साजिश के तहत लापता कर देने का आरोप लगाते हुए एक मामला दर्ज कराया था।
हालांकि पुलिस अविनाश के हत्या की पुष्टि नहीं कर रही है पुलिस अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं और कैमरे के सामने आने से परहेज कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि परिजनों ने शव की पहचान कर ली है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गयी है।