GAYA : बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ़्तार धीमी होने का नाम ही नहीं ले रही है. मंत्री, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी के साथ-साथ अब IAS अधिकारी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. इसी कड़ी में इस वक़्त की बड़ी खबर गया जिले से सामने आ रही है. गया के डीएम अभिषेक सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस खबर के सामने आते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है.
डीएम अभिषेक सिंह की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही उन्होंने अपने आवास पर खुद को क्वारंटाइन कर लिया है. जिलाधिकारी के आवास को सेनेटाइज किया जा रहा है.इधर डीएम के अलावा सिविल लाइंस थाना के 11 पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है. बता दें कि इसके पहले नालंदा जिले के डीएम योगेंद्र सिंह भी शुक्रवार को कोरोना संक्रमित पाए गए थे.
जाहिर है कि कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर सभी जिलों के जिलाधिकारियों के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऐसे में एक के बाद एक दो जिलाधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने की खबर ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है. आपको बता दें कि राज्य सरकार के कई मंत्रियों-अधिकारियों के भी कोरोना संक्रमित होने की खबर सामने आ चुकी है. सूबे के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी कोरोना संक्रमित हो गये हैं. वहीं, बिहार सरकार के दो आलाधिकारी भी पॉजिटिव पाये गये हैं. बिहार सरकार में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद पटना एम्स में भर्ती कराया गया है. वहीं वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
इधर बिहार में कोरोना को लेकर पैदा हुए हालात पर सर्वदलीय बैठक शुरू हो गई है. राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है. बैठक वर्चुअल मोड में चल रही है हालांकि मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम और वरिष्ठ मंत्रियों के अलावे राज्य के आला अधिकारी सीधे मुख्यमंत्री आवास से इस बैठक में जुड़े हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक हो रही है. इस बैठक में राज्यपाल फागू चौहान राजभवन से और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 10 सर्कुलर स्थित आवास से जुड़े हुए हैं. बैठक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल समेत कांग्रेस वामदलों के भी नेता शामिल हैं.
बैठक में इस बात को लेकर सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी कि इस संक्रमण से बचाव के लिए राज्य में किस तरह की पाबंदियां लगाई जाएं. सरकार नहीं चाहती कि लॉकडाउन या किसी अन्य तरह के फैसले पर वह अकेले निर्णय ले. लिहाजा अब सभी राजनीतिक दलों की राय ली जा रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाने के लिए सभी राज्यों को कहा था.