धीरेंद्र शास्त्री और ब्राह्मणों के खिलाफ बोलने वालों पर राजद करे कार्रवाई, बोले सुशील मोदी..हिम्मत है तो इस्लाम, ईसाई धर्म प्रचारकों पर टिप्पणी करके दिखाए

धीरेंद्र शास्त्री और ब्राह्मणों के खिलाफ बोलने वालों पर राजद करे कार्रवाई, बोले सुशील मोदी..हिम्मत है तो इस्लाम, ईसाई धर्म प्रचारकों पर टिप्पणी करके दिखाए

PATNA: बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेंद्र शास्त्री पांच दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। पटना से सटे नौबतपुर के तरेत पाली मठ में 13 मई से 17 मई तक उनका कार्यक्रम होना है। मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हनुमत कथा सुनाने वाले हैं। धीरेंद्र शास्त्री के पटना आगमन से पूर्व राजद के कई नेता उनके खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री और ब्राह्मणों के खिलाफ बोलने वाले राजद नेताओं पर कार्रवाई करने की मांग बीजेपी नेता सुशील मोदी ने की है। कहा है कि हिम्मत है तो इस्लाम, ईसाई धर्म प्रचारकों पर टिप्पणी करके दिखाए। उन्होंने कहा कि देश को कर्बला बनाने " की धमकी देने वालों पर राजद चुप क्यों है? 


पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि संत धीरेंद्र शास्त्री और ब्राह्मणों पर टिप्पणी करने से पहले राजद को नफरती बयानों  के सूरमा जगदानंद और प्रोफेसर चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने जब राम मंदिर को "नफरत की जमीन पर बनने वाला" धर्मस्थल कहा, तब क्या वह करोड़ों राम-भक्तों के प्रति नफरत और द्वेष से भरा बयान नहीं था? लालू प्रसाद ने मौन रह कर इस बयान का समर्थन किनका वोट पाने के लिए किया था? 


उन्होंने कहा कि सत्ता में लौटते ही राजद एक तरफ हिंदू संस्कृति, राम मंदिर, रामचरित मानस, धीरेंद्र शास्त्री जैसे संतों और ब्राह्मणों पर अमर्यादित टिप्पणी कर रहा है, तो दूसरी तरफ एम-वाई समीकरण के दुर्दांत अपराधियों तक को जेल से रिहा करवा रहा है। राजद के मंत्रियों-पदाधिकारियों में यदि हिम्मत है, तो वे इस्लाम और ईसाई पंथ के प्रचारकों पर भी टिप्पणी करें। 


उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन के एक एमएलसी ने पूरे देश को कर्बला ( युद्ध भूमि) बना देने की धमकी दी, तब क्या यह नफरती बयान नहीं था?  राजद ने उस बयान की निंदा करने का भी साहस नहीं दिखाया। उन्होंने कहा कि जब भ्रष्टाचार के कारण राजद सत्ता से बाहर होता है, तब इन्हें हवन-पूजन, मंदिर, काशी-वृन्दावन और ब्राह्मणों की याद आती है, लेकिन सत्ता मिलते ही ये लोग अहंकार में आकर  ब्राह्मणों को विदेशी बताने लगते हैं। सुशील मोदी ने कहा कि यदि राजद ए टू जेड की पार्टी है, तो हाल में जिन पदाधिकारियों की घोषणा हुई, उनमें एक भी ब्राह्मण क्यों नहीं है?