PATNA: बीते गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत भी हुई। इसको लेकर बिहार के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया। अब बिहार में मंत्रिमंडल में फेरबदल किए जाने के कयास लग रहे है। वही अब केंद्रीय नेतृत्व की ओर से बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव की जगह धर्मेंद्र प्रधान को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। नीतीश और भाजपा के बीच तालमेल और समन्वय का जिम्मेदारी भी धर्मेंद्र प्रधान को सौंप दी गई है। बता दें कि यह काम पहले अरुण जेटली करते थे।
लेकिन इस दौरान नया समीकरण यह उभर कर सामने आया है कि अब केंद्रीय नेतृत्व की ओर से बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव की जगह धर्मेंद्र प्रधान को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। नीतीश और भाजपा के बीच तालमेल और समन्वय का जिम्मेदारी भी धर्मेंद्र प्रधान को सौंप दी गई है।
इसी सिलसिले में वे पटना आए और करीब दो घंटे तक नीतीश कुमार से अकेले में कई बिंदुओं पर उन्होंने बातचीत की। मुलाकात के बाद खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी धर्मेंद्र प्रधान को राजकीय अतिथिशाला तक छोड़ने भी गए।
एक बात यह भी निकल कर सामने आ रही है यूं कहे कि यह कयास लगाए जा रहे है धर्मेन्द्र प्रधान के बिहार दौरे के दौरान राष्ट्रपति व उप राष्ट्रपति चुनाव के साथ-साथ राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव पर भी चर्चा हुई है। नीतीश कैबिनेट में संभावित फेरबदल के भी कयास लगाए जा रहे है।
बता दें कि बिहार मंत्रिमंडल में 5 सीटें खाली रखी गई थी। वहीं मुकेश सहनी को मंत्री पद से हटाने के बाद कुल छह सीटें अभी खाली हैं। बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा काफी दिनों से हो रही है। पिछले दिनों केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और अमित शाह ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और अब धर्मेंद्र प्रधान की मुलाकात के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गयी है।