DELHI: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और राजद के बीच तालमेल की रूपरेखा तय हो चुकी है. कांग्रेस ने राजद को विधानसभा की चार सीटें देने का मन बना लिया है. आज इसका औपचारिक ऐलान हो सकता है.
बिहारी बहुल इलाकों में राजद को सीटें
कांग्रेस ने बिहारी वोटरों की बहुलता वाली 4 सीटों को राजद के लिए छोड़ने का फैसला ले लिया है. हालांकि राजद ने कांग्रेस से सात सीटें मांगी थी. लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ 4 सीट देने का फैसला लिया है. नाम नहीं छापने की शर्त पर कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने कहा कि दिल्ली में राजद का कोई जनाधार नहीं है. लिहाजा RJD के लिए सीट छोड़ने का मतलब नहीं बनता. लेकिन कांग्रेस की नजर इसी साल होने वाली बिहार विधानसभा चुनाव पर लगी है. वहां कांग्रेस को ये उम्मीद होगी कि राजद उसे समझौते में ज्यादा सीटें दे.
इससे पहले दिल्ली चुनाव के लिए राजद के प्रभारी सांसद मनोज झा ने गुरूवार को कहा था कि अगले 24 घंटों में कांग्रेस-राजद के बीच समझौते का एलान हो सकता है. मनोज झा ने कहा था कि दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल के वोटरों को उम्मीद थी कि पूर्वांचल की पार्टी यहां चुनाव लड़े. उनकी अपेक्षाओं को देखते हुए राजद ने दिल्ली में चुनाव लड़ने का मन बनाया है.
आज होगा कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम का ऐलान
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने बताया कि उनकी पार्टी ज्यादातर सीटों को लेकर फैसला ले चुकी है. शुक्रवार को पार्टी इसका औपचारिक एलान कर देगी. हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस को उम्मीदवार ढ़ूंढ़ने में पसीने छूट रहे हैं. पार्टी के ज्यादातर बड़े नेता चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उन्होंने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि चुनाव के दौरान प्रबंधन देखने के लिए वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. कांग्रेस नई दिल्ली सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उम्मीदवार नहीं तलाश पा रही है.