दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद जयपुर में 3 की मौत, आरा की पूजा सहित 3 लोगों की बेसमेंट में डूबने से गई जान, गांव में पसरा सन्नाटा

दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद जयपुर में 3 की मौत, आरा की पूजा सहित 3 लोगों की बेसमेंट में डूबने से गई जान, गांव में पसरा सन्नाटा

ARRAH: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में बीते शनिवार 27 जुलाई को बड़ा हादसा हुआ। प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले 3 स्टूडेंट की कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से मौत हो गई थी। दिल्ली के बेसमेंट में हुए हादसे में तीन छात्रों की मौत के अभी चंद दिन ही गुजरे थे कि एक बार फिर से राजस्थान के जयपुर में हादसा हो गया। जहां बेसमेंट में डूबने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में एक भोजपुर जिले की रहने वाली पूजा और दूसरी उसकी रिश्तेदारी पूर्वी और एक अन्य युवक की मौत हो गई।


यह हादसा तब हुआ जब परिवार के लोग अपने घर में सो रहे थे। तभी अचानक पानी के तेज बहाव के कारण बेसमेंट में पानी भर गया और देखते ही देखते पूरे परिवार के लोग उसमें डूबने लगे बाद में किसी तरह एक युवक ने सात लोगों की जान बचाई लेकिन इस हादसे में उस युवक के साथ-साथ दो लड़कियों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र के सन्दौर गांव के निवासी बताई जा रही हैं। 


मृतक पूजा जयपुर के विश्वकर्मा मार्केट में अपने परिवार के साथ रहती थी। उसके पिता अशोक सैनी और उसके चार भाई वहीं पर रहकर अपने परिवार का भरण पोषण प्राइवेट नौकरी कर करते थे। वही पूजा की शादी शाहपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया निवासी संतोष कुमार से तय हो गई थी। और फरवरी में उसकी शादी होने वाली थी लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। हादसे में उसकी दर्दनाक मौत हो गई। वहीं घटना के बाद दोनों लड़कियों की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीण भी इस घटना से स्तब्ध हैं।


वही गांव वाले बता रहे हैं कि अभी एक महीना पूर्व ही यह परिवार जयपुर गया हुआ था और लड़की की शादी तय होने के बाद सभी लोग शादी की तैयारी में जुट गए थे। तभी अचानक इस हादसे ने सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस घटना के बाद मृतका के गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। इस घटना की सूचना मिलते ही मृतका के परिजन जयपुर के लिए रवाना हो गए।


वहीं स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि बबलू राय ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार और बिहार सरकार दोनों को इस परिवार को मुआवजा देना चाहिए। क्योंकि यह परिवार काफी गरीब है और इतनी दूर जाकर लोग परिवार का गुजर बसर करने के लिए वहाँ प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। मुखिया ने इस बात की जानकारी स्थानीय विधायक को दी है। अब गांव वाले शव के आरा आने का इंतजार कर रहे हैं। इस घटना से गांव के लोग भी काफी आहत हैं। गांव की बेटी की मौत से इलाके के लोग भी काफी सदमें में हैं।